नोएडा और दिल्ली के बीच रोजाना आवागमन करने वाले लाखों लोगों के लिए आज की सबसे बड़ी खबर है। करीब 2 महीने से बंद पड़ा चिल्ला बॉर्डर खोल दिया गया है। अब दोनों शहरों के बीच लोग बेरोकटोक आराम से आवागमन कर सकते हैं। दरअसल, यहां पिछले 2 महीनों से किसान धरना दे रहे थे। जिसकी वजह से नोएडा से दिल्ली जाने वाला रास्ता बंद पड़ा हुआ था। हालांकि, दिल्ली से नोएडा आने वाला रास्ता खुला था, लेकिन सुबह और शाम लोगों को भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा था।
नोएडा के चिल्ला बॉर्डर पर पिछले 58 दिन से किसान धरना प्रदर्शन कर रहे थे। बुधवार को किसानों ने प्रेसवार्ता करके कल लाल किला पर हुए उप्रदव की निंदा की और धरना खत्म करने के बाद चिल्ला बॉर्डर को खाली कर दिया है। पुलिस ने बेरिकेडिंग हटाकर रोड को दोबारा सुचारू चालू रूप से चालू करवा दिया है। पुलिस ने रूट डाइवर्ट कर दिया था। रूट डायवर्जन के चलते नोएडा से दिल्ली जाने वाले मार्ग महामाया से डीएनडी तक रोजाना भीषण जाम लग जाता था।
चिल्ला बॉर्डर पर चल रहे किसानों के4 प्रदर्शन के बाद बीते एक दिसंबर से ही चिल्ला बॉर्डर को बेरिकेडिंग लगाकर बन्द कर दिया गया था और रोड को डाइवर्ट कर दिया गया था। डाइवर्जन के बाद से नोएडा-दिल्ली आने-जाने वाले सभी रूट पर भीषण जाम रहा था है। बुधवार को किसानों ने प्रेस वार्ता की। लाल किला पर हुए उप्रदव की निंदा की। भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप ने चिल्ला बॉर्डर पर धरना प्रदर्शन समाप्त करने का ऐलान कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने चिल्ला बॉर्डर से बेरिकेडिंग हटाकर बॉर्डर को खोल दिया है। किसानों ने कहा, "कल जिस तरह लाल किला पर उप्रदव हुआ और तिरंगा का अपमान किया गया, वह बेहद निंदनीय है। ये लोग किसान नहीं हो सकते हैं। इस हरकत से आहत होकर हम धरना समाप्त करते हैं।"
प्रेसवार्ता में किसान बोले, "हालांकि हम अपनी मांगों पर अड़िग रहेंगे।" आपको बता दे की जहां किसान धरने पर बैठे थे, वहां से होकर प्रतिदिन लाखों की संख्या में लोग नोएडा में नौकरी करने आते-जाते हैं। चिल्ला बॉर्डर सीधे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे और आगरा एक्सप्रेस-वे को भी जोड़ता है। यह बॉर्डर वाया गोलचक्कर डीएससी रोड को जोड़ता है। रोजाना पीक ऑवर्स में दिल्ली और नोएडा में कई किलोमीटर का लंबा जाम लग रहा था । मार्ग परिवर्तन के बाद भी स्थिति वैसी ही थी।