Noida News : सेक्टर 62 स्थित फोर्टिस अस्पताल की व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाया गया हैं। स्थानीय निवासियों और मरीजों के परिजनों ने अस्पताल में फैली गंदगी, बुनियादी सुविधाओं की कमी और मरीजों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो सेक्टर 51 आरडब्ल्यूए महासचिव संजीव कुमार ने साझा किया है।
वीडियो पोस्ट कर लगाया आरोप
सेक्टर-51 आरडब्ल्यूए महासचिव संजीव कुमार ने वायरल वीडियो में बताया कि अस्पताल की हालत सरकारी अस्पतालों से भी बदतर है। उन्होंने बताया कि शौचालयों में पानी नहीं है और पीने के पानी की भी उचित व्यवस्था नहीं है। इमरजेंसी में मरीजों को भर्ती करके उनके सभी टेस्ट कर दिए जाते हैं और 35 से 40 हजार रुपये का बिल वसूल लिया जाता है। फिर बेड खाली न होने का बहाना बनाकर मरीजों को भेज दिया जाता है।
पार्किंग व्यवस्था पर उठे सवाल
संजीव कुमार ने आरोप लगाया कि अस्पताल के स्टाफ और डॉक्टर मरीजों और उनके परिजनों के साथ बदतमीजी करते हैं। उन्होंने एक मामले का जिक्र किया जिसमें 77 वर्षीय बुजुर्ग मरीज का ऑक्सीजन स्तर 80 से नीचे होने के बावजूद उन्हें जबरदस्ती डिस्चार्ज कर दिया गया। अस्पताल की पार्किंग व्यवस्था पर भी सवाल उठाए गए हैं। संजीव कुमार ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों और उनके परिजनों से पार्किंग शुल्क नहीं लिया जाता, लेकिन नोएडा में यह प्रथा जारी है।
— District Development RWA, G B Nagar, U.P. (@DistrictRwa) September 27, 2024
कठोर कदम उठाने की मांग
उन्होंने मांग की है कि नोएडा प्राधिकरण को दिल्ली की तरह यहां भी अस्पतालों में पार्किंग शुल्क बंद करवाना चाहिए। कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि सरकारी योजनाओं के तहत आने वाले मरीजों के लिए अस्पताल में हमेशा बेड की कमी बताई जाती है, जबकि निजी मरीजों के लिए पूरा अस्पताल खाली हो जाता है। उन्होंने इस तरह की गलत व्यवस्था के खिलाफ शासन और प्रशासन से कठोर कदम उठाने की मांग की है।