आगरा से फंसा सुपरटेक ट्विन्स टावर में विस्फोटक लगाने का पेंच, पुलिस ने इसलिए नहीं दी एनओसी

नोएडा से बड़ी खबर : आगरा से फंसा सुपरटेक ट्विन्स टावर में विस्फोटक लगाने का पेंच, पुलिस ने इसलिए नहीं दी एनओसी

आगरा से फंसा सुपरटेक ट्विन्स टावर में विस्फोटक लगाने का पेंच, पुलिस ने इसलिए नहीं दी एनओसी

Google Image | सुपरटेक ट्विन टावर

Noida News : सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट ट्विन टावर में विस्फोटक लगाने के काम शुरू नहीं हो पाया। इस मामले में सोमवार को संयुक्त पुलिस आयुक्त लव कुमार के अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी। पुलिस ने अभी तक ध्वस्तीकरण के लिए एनओसी जारी नहीं किया है। पुलिस ने ध्वस्तीकरण की काम में लगी कंपनी एडिफिस को टेंपरेरी बेसिस पर एनओसी देने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन कंपनी ने अपनी कुछ मजबूरी बताते हुए उसे लेने से इनकार कर दिया। संभावना व्यक्त की जा रही है कि 3 अगस्त से टावर में बारूद लगाने काम शुरू हो सकता है।

डायरेक्टर ऑफ एक्सप्लोसिव कंट्रोलर आगरा से गाइडलाइंस चाहिए
ध्वस्तीकरण के लिए पलवल से विस्फोटक नोएडा लाने व ट्विन टावर के लिए जरूरी एनओसी अभी सुपरटेक और एडिफिस इंजीनियरिंग को नहीं मिली है। मंगलवार सुबह तक एनओसी नहीं मिलने की वजह से विस्फोटक लगाने का काम शुरू नहीं हो पाया। बताया जाता है कि इतनी बड़ी मात्रा में पलवल से विस्फोटक लाने और ट्विन टावर में प्रयोग के लिए पुलिस की एनओसी जरूरी है। इससे पहले नोएडा पुलिस को डायरेक्टर ऑफ एक्सप्लोसिव कंट्रोलर आगरा से गाइडलाइंस चाहिए। जब तक इसकी गाइडलाइंस नहीं मिलती तब तक नोएडा पुलिस एनओसी नहीं दे पाएगी। इस बाबत सुपरटेक प्रबंधन का कहना है कि आगरा कार्यालय से लगातार बातचीत चल रही है।

इसलिए नहीं मिली पुलिस की एनओसी
अभी तक न आगरा से गाइडलाइंस मिली है और न ही नोएडा से पुलिस की एनओसी मिली है। वहीं नोएडा पुलिस भी आगरा से आने वाली गाइडलाइंस का इंतजार कर रही है। उधर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ प्रवीण कुमार मिश्र ने बताया कि विस्फोटक लाने के लिए एनओसी की व्यवस्था कराई जा रही है। उन्होंने दावा किया कि ट्विन टावर गिराने का पूरा काम समयबद्ध तरीके से किया जाएगा।

32-32 मंजिल पर लगेगा विस्फोटक
बिल्डर प्रबंधन का कहना है कि 32-32 मंजिल के दो टावरों में विस्फोटक लगाने हैं। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट को दिए स्टेटस रिपोर्ट में दो अगस्त से विस्फोटक लगाने की बात कही गई है। जबकि 21 अगस्त को विस्फोट कराना है। वहीं इससे पहले भी कई प्रकार की व्यवस्था करनी है। ऐसे में जितनी देरी होगी। उतना नुकसान होगा।

ड्रोन से होगी निगरानी
करीब 3,500 किलो विस्फोटक को पलवल से दो वैन में लाया जाएगा। एक में जिलेटिन की छड़ तो दूसरे में डिटोनेटर होंगे। इसको एक पुलिस की गाड़ी की निगरानी में लाया जाएगा। पूरा काम एहतियात के साथ होगा। अगर नोएडा पुलिस एनओसी दे देती है तो संभव है कि विस्फोटकों की सुरक्षा के लिए कमिश्नरेट पुलिस पलवल जाए। इससे पहले ट्विन टावर के आसपास कैमरे आदि लगाए जाने की बात कही गई। विस्फोटकों के नोएडा आने के बाद सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी जाएगी। बिल्डर प्रबंधन का कहना है कि विस्फोटक आने के बाद ऊपरी तल से लगाया जाएगा। इसके लिए एडिफिस इंजीनियरिंग की ओर से तैयारी की गई है। विस्फोटक लगाने के दौरान परिसर के आसपास कड़ी सुरक्षा की जाएगी।

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