दूसरी कक्षा पास साइबर ठग ने दोस्तों के साथ मिलकर अमेजॉन के फर्जी खाते बनाकर ठगे करोड़ो रुपए, तीन गिरफ्तार

नोएडा : दूसरी कक्षा पास साइबर ठग ने दोस्तों के साथ मिलकर अमेजॉन के फर्जी खाते बनाकर ठगे करोड़ो रुपए, तीन गिरफ्तार

दूसरी कक्षा पास साइबर ठग ने दोस्तों के साथ मिलकर अमेजॉन के फर्जी खाते बनाकर ठगे करोड़ो रुपए, तीन गिरफ्तार

Tricity Today | ठगी करने वाले तीन साइबर ठगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

  • - अमेज़ॉन के फ़र्ज़ी खाते बनाकर 2 करोड़ रुपये से अधिक ठगी करने वाले दो आरोपियों को 26  जुलाई को पुलिस ने  किया था गिरफ्तार 
  • - नोएडा साइबर थाना पुलिस ने मामले से जुड़े 3 अन्य आरोपियों को किया गिरफ्तार 
Noida : दूसरी कक्षा पास एक साइबर अपराधी ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर सैकड़ों लोगों के साथ ठगी कर करोड़ों रुपये कमा लिए। थाना साइबर क्राइम पुलिस नोएडा ने ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट के फ़र्ज़ी खाते बनाकर ठगी करने वाले तीन और साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास 6 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड, 2 फर्ज़ी आधार  कार्ड और 2 डेबिट कार्ड बरामद हुए हैं पुलिस इनके बैंक खातों में जमा करीब 26 लाख रुपये पहले ही फ्रीज करवा चुकी है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया है। 

नोएडा साइबर थाने के प्रभारी निरीक्षक विनोद पांडेय ने बताया कि 19 मार्च को मेरठ निवासी सुरेंद्रपाल सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था। पीड़ित ने पुलिस को बताया था कि नोएडा और गाजियाबाद क्षेत्र में अमेजॉन कंपनी की कैंसिल प्रोडक्ट की पिकअप एजेंसी है। कुछ लोगों द्वारा मेरी कॉम्प आईडी का दुरुपयोग कर अमेजॉन पर फर्जी ऑर्डर पिकअप दिखाकर मेरे व कंपनी के साथ लाखों रुपये की धोखाधड़ी की गई है। इस पर पुलिस ने जांच शुरू कर दो आरोपियों अनिल नैन और आलोक को 26 जुलाई को गिरफ्तार किया था। अब पुलिस ने गिरोह के 3 अन्य आरोपियों को हरियाणा के जिला हिसार के उकलाना से बुधवार को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की पहचान राजकुमार (31 वर्ष) निवासी पुरानी मंडी उकलाना जिला हिसार, अरविंद कुमार (24 वर्ष) और सीताराम (20 वर्ष) निवासी जनपद फतेहाबाद के रूप में हुई है। इसमें सीताराम और अरविंद बचपन के दोस्त हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी सीताराम दूसरी कक्षा पास है जबकि अरविंद बीए फेल है और राजकुमार ग्रेजुएट है। 

ऐसे करते थे ठगी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे वर्चुअल नम्बर के माध्यम से ओटीपी प्राप्त कर अमेजान कंपनी के फर्जी नामों से अकाउांट बनाते थे। फिर उन अकाउांट के माध्यम से विभिन्न इलेक्ट्रोनिक प्रोडक्ट के कोड लेकर उनका प्रीपेड ऑडर करते थे। उसके बाद दिए गए फर्जी पतों से उन ऑडर को प्राप्त कर उन्हें कम कीमतों पर दिल्ली की गफ्फार मार्केट, करोलबाग व दिल्ली-एनसीआर की अन्य दुकानों में बेच देते थे। आरोपियों का एक साथी अनिल नैन निवासी जिला हिसार जो पूर्व में गिरफ्तार हो चुका है, वह अमेजान डिलीवरी एजेंट के साथ मिलकर फर्जी तरीके से पिक-अप डन दिखा देता था। इसके बाद आरोपी सारा पैसा अपने खातों में वापस ले लिया करते थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी एक मोबाइल नंबर के वर्चुअल नंबर द्वारा 100 फर्जी अमेजान खाते बनाते थे और उनसे अलग- अलग बुकिंग करते थे। उन्होंने बताया कि अभी इस गिरोह के कई साथी फरार हैं, जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

Youtube से सीखी साइबर ठगी 
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया यह लोग एक मोबाइल पर 100 वर्चुअल खाते बनाते थे। एक मोबाइल पर 100 वर्चुअल खाते बनाये जाने की जानकारी के लिए इन्होंने youtube पर सर्च किया और उससे जानकारी लेते हुए 100 वर्चुअल खाते बनाकर अलग-अलग अकाउंट से इलेक्ट्रॉनिक सामान की खरीदारी करते थे। आरोपियों ने बताया कि जनवरी 2021 से अब तक वह लोग करीब 2 करोड़ रुपये से से अधिक रुपये कमा चुके हैं। पुलिस इनके साथ गिरोह में शामिल करीब 7 से 8 अन्य लोगों की तलाश कर रही है। आरोपी एयरटेल पेमेंट बैंक, पेटीएम पेमेंट बैंक, एचडीएफसी, एक्सिस, आईसीआईसीआई समेत कई बैंकों के माध्यम से धोखाधड़ी कर अमेज़ॉन कंपनी को लाखों रुपये का चूना लगा रहे थे।

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