मध्य प्रदेश पुलिस की गिरफ्तारी पर शिवराज सिंह चौहान का बड़ा बयान, मामले में जांच का आदेश दिया

नोएडा : मध्य प्रदेश पुलिस की गिरफ्तारी पर शिवराज सिंह चौहान का बड़ा बयान, मामले में जांच का आदेश दिया

मध्य प्रदेश पुलिस की गिरफ्तारी पर शिवराज सिंह चौहान का बड़ा बयान, मामले में जांच का आदेश दिया

Google Image | शिवराज सिंह चौहान

मध्य प्रदेश के जबलपुर में पदस्थ पुलिस की साइबर सेल के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा अड़ीबाजी कर संदेहियों से लाखों रुपयों की रिश्वत लेने के मामले में उत्तर प्रदेश के नोएडा में उनकी गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबंधितों के खिलाफ जांच और सख्त कार्रवाई के निदेर्श दिए हैं।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल रात यह मामला उनके संज्ञान में आने के बाद दो उप निरीक्षक और एक आरक्षक के खिलाफ कठोरतम और अन्य संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच करने के निदेर्श दिए हैं। इन कर्मचारियों को बखार्स्त भी किया जा सकता है।

ये तीनों पुलिस कर्मचारी जबलपुर के साइबर सेल में धोखाधड़ी संबंधी शिकायत की विवेचना के लिए 15 दिसंबर को नोएडा गए थे। वहां उन्होंने सेक्टर 62 निवासी सूर्यभान यादव नाम के संदेही को उठाया और अपने साथ दिनभर गाड़ी में रखकर प्रताड़ित किया। इसके बाद संदेहियों को मामले में बरी करने के लिए दो तीन दिनों में तीन लाख रुपए नगद और लाखों रुपए बैंक ट्रांजेक्शन के जरिए अपने खातों में डलवाए।

इस मामले की जानकारी मध्यप्रदेश में उच्च स्तर पर मिलने पर साइबर सेल जबलपुर में पदस्थ उप निरीक्षक राशिद परवेज खान और पंकज साहू तथा आरक्षक आसिफ अली को तत्काल प्रभाव से पुलिस प्रशासन ने रविवार रात्रि में ही निलंबित कर दिया। इन तीनों पुलिस कर्मचारियों को नोएडा पुलिस ने आपराधिक मामलों में शुक्रवार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

इस संपूर्ण मामले की जांच के लिए साइबर सेल भोपाल के पुलिस अधीक्षक (आईपीएस) गुरुकरण सिंह को कल जबलपुर भेजा गया है और उनसे 24 दिसंबर तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। वे जांच के लिए नोएडा भी जाएंगे। इस बीच पुलिस प्रशासन ने साइबर सेल के पुलिस अधीक्षक अंकित शुक्ला और निरीक्षक हरिओम दीक्षित की भूमिका संदिग्ध होने से उन्हें तत्काल साइबर सेल से हटाकर पुलिस मुख्यालय भोपाल में अटैच करने का निर्णय लिया है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि साइबर पुलिस जबलपुर के तीनों कर्मचारियों ने जब नोएडा के संदेही सूर्यभान यादव से बरी करने के नाम पर लाखों रुपए ले लिए, तब उसने पुलिस को सबक सिखाने के लिए अपने कुछ साथियों की मदद से 18 दिसंबर को पुलिस कर्मचारियों पर कथित तौर पर हमला करवाकर एक सर्विस रिवाल्वर छीन ली। 

इस घटना के बाद नोएडा पुलिस सक्रिय हुयी और उसने रिवाल्वर छीनने वालों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने जबलपुर के पुलिस कर्मचारियों की करतूत बयान कर दी। इसके बाद नोएडा पुलिस ने जबलपुर पुलिस के तीनों कर्मचारियों के खिलाफ भी आपराधिक मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में साइबर सेल जबलपुर के कुछ और पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों के शामिल होने का संदेह है।

दरअसल जबलपुर निवासी चंद्रकांत दुबे नाम के व्यक्ति ने हाल ही में उसके साथ 54 हजार रुपयों की ठगी (ऑनलाइन) करने के संबंध में शिकायत साइबर सेल जबलपुर को दिया था। साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू की और उसकी एक टीम नोएडा पहुंची। इसके बाद पुलिस कर्मचारियों ने अड़ीबाजी कर लाखों रुपयों की वसूली की।

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