Noida News : शहर की महत्वपूर्ण जगहों पर नोएडा ऑथोरिटी (Noida Authority) के ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने कैमरे लगवाने का कार्य शुरू कर दिया है। जिन सड़कों, विशेष स्थान और चौराहों पर यह कैमरे लगाए जा रहे हैं, वहीं विशेष ज़ेबरा क्रॉसिंग भी बनाई जाएंगी। इन कैमरों से सड़कों पर होने वाली हर गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। विभाग की एक टीम 24 घंटे कैमरे पर निगरानी रख रही है। सेक्टर-94 में बनाए गए कंट्रोल रूम से मॉनीटर किया जा रहा है। शहर में 1000 अलग-अलग स्थानों पर हाईटेक कैमरे लगाने का फैसला लिया है। कैमरे लगाने वाली जगहों पर नए तरीके से लोगों के लिए पैदल पार पथ भी बनाए जाएंगे। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण ने टेंडर जारी कर दिया है।
एक महीने के अंदर काम शुरू होगा
अधिकारियों के मुताबिक, टेंडर में कंपनी का चयन होने के बाद एक महीने के अंदर काम शुरू हो जाएगा। इन पथ को चौड़ा बनाने के साथ रेडियम और रिफ्लेक्टर भी लगाया जाएगा। इसके साथ ही एक कैमरे के निगरानी पैदल पार पथ पर भी रखी जाएगी। करीब 65 करोड़ रुपये की लागत वाले आईटीएमएस परियोजना में सड़क सुरक्षा और निगरानी के तमाम इंतजाम शामिल थे। लेकिन पैदल राहगीरों के लिए कोई सहूलियत नहीं थी। पब्लिक एड्रेस सिस्टम इमरजेंसी के लिए जरूर लगाया जा रहा है। जिसका उपयोग पैदल और वाहन चालक सभी कर सकेंगे। इसको देखते हुए प्राधिकरण ने परियोजना को विस्तार देने का फैसला लिया है।
प्रोजेक्ट पर इतने करोड़ होंगे खर्च
नोएडा प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि ट्रैफिक व्यवस्था और अपराधिक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी एंड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत अलग-अलग स्थान और चौराहों पर हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। शुरुआत में 20 जगहों पर कैमरे लगाए जा चुके हैं। इन जगहों पर पैदल पार पथ बनाने का फिलहाल टेंडर जारी किया गया है। यह करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपये की लागत से बनाए जाएंगे।
शहर की यातायात व्यवस्था में होगा सुधार
बता दें इन कैंमरों के लगने से नोएडा की अपराधिक गतिविधियों और यातायात व्यवस्था में काफी सुधार लाने का प्रयास किया जाएगा। इन हाईटेक कैमरों में दूर से ही किलर क्वालिटी में सब रिकॉर्ड होगा। हाई-टेक कैमरा लगाने से तेज रफ्तार भागने वाली गाड़ियों का नंबर पहचानना भी आसान हो जाएगा। अगर कोई यातायात नियमों का उल्लंघन करते हुए दिखेगा, तो उसके खिलाफ चालान की कार्रवाई की जाएगी।