सुहास एलवाई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे, प्रशासन ने किया शानदार स्वागत, डीएनडी पर भीड़ जुटी

BIG BREAKING : सुहास एलवाई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे, प्रशासन ने किया शानदार स्वागत, डीएनडी पर भीड़ जुटी

सुहास एलवाई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे, प्रशासन ने किया शानदार स्वागत, डीएनडी पर भीड़ जुटी

Tricity Today | सुहास एलवाई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे

Tokyo Paralympics 2020 : गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई (Suhas LY) टोक्यो पैरा ओलंपिक में सिल्वर मेडल हासिल करने के बाद वापस लौट आए हैं। अब से थोड़ी देर पहले सुहास एलवाई दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport Delhi) पर उतर चुके हैं। उनका स्वागत करने के लिए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन के अफसर पहुंचे। मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी और तमाम दूसरे प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे हैं। सीडीओ अनिल सिंह ने सुहास एलवाई को गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। दूसरी ओर शहर के तमाम सामाजिक संगठन और बड़ी संख्या में आम आदमी डीएनडी पर एकत्र हैं। सुहास एलवाई का डीएनडी पर भी भव्य स्वागत किया जाएगा। डीएम आवास पर भी उनके स्वागत समारोह की व्यवस्था की गई है। पूरे डीएम आवास को लाइटों से सजाया गया है।

सुहास एलवाई ने रविवार को फाइनल मुकाबले में सिल्वर मेडल हासिल किया है। सोमवार शाम 4:40 बजे उनकी फ्लाइट दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची। सुहास एलवाई को रिसीव करने के लिए गौतमबुद्ध नगर के मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, अपर जिला अधिकारी वंदिता श्रीवास्तव और बलराम सिंह एयरपोर्ट पहुंचे। सभी अफसरों ने डीएम को उनकी सफलता के लिए बधाई दी।



टोक्यो पैरालंपिक में लहराया परचम
गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने टोक्यो पैरालंपिक में भारत का नाम रोशन किया है। उन्होंने बैडमिंटन पुरुष एकल एसएल-4 में सिल्वर मेडल जीतकर विश्व में परचम लहराया है। सुहास एलवाई को भारत के पीएम नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने फोन पर बधाई दी। सोशल मीडिया पर सुहास एलवाई को बधाई और शुभकामनाएं देने वालों की लाइन लगी हुई हैं।

पहले राउंड में सुहास एलवाई जीते
रविवार को बैडमिंटन पुरुष एकल एसएल-4 चैम्पियनशिप में फाइनल मैच हुआ। पहले राउंड में सुहास एलवाई ने लुकास को 21-15 से हराया। सुहास एलवाई ने काफी बेहतर प्रदर्शन किया। पहले राउंड में पूरे समय सुहास एलवाई फ्रांस के खिलाड़ी पर भारी पड़ते हुए नजर आए। जिसके कारण फ्रांस के खिलाड़ी के चेहरे पर परेशानी साफ नजर आ रही थी लेकिन सुहास एलवाई पहले राउंड में ही काफी खुश नजर आए। उनकी तैयारी और उनका जोश उनके चेहरे पर दिखाई दिया।



कड़े संघर्ष में दूसरा सैट 21-17 से हारे सुहास
दूसरे राउंड में कांटे का मुकाबला रहा। कड़े संघर्ष के बावजूद दूसरे राउंड में सुहास एलवाई पर लुकास भारी पड़ गए। दूसरे राउंड में लुकास ने 21-17 से सुहास एलवाई को मात दी। जिसके कारण मैच तीसरे सैट में गया। तीसरे में दोनों का मुकाबला काफी जोरदार रहा। दूसरे दौर में सुहास दो बार पॉइंट बराबरी तक लेकर आए। पूरे मैच के दौरान फ्रांसीसी खिलाड़ी पर थकान हावी रही। सुबह 7:21 बजे तक तीसरे राउंड में स्कोर 5-2 का रहा। लेकिन तीसरे राउंड में सुहास एलवाई को हार का सामना करना पड़ा। सुहास एलवाई टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर मेडल लेकर भारत लौटे है।

मैच के दौरान करती थी भगवान का जाप : ऋतु सुहास
सुहास एलवाई की पत्नी और गाजियाबाद की एडीएम पद पर तैनात ऋतु सुहास ने खुशी जताई है। ऋतु सुहास में बताया कि "यह बेहद गौरव का पल है। सुहास पिछले 8 साल से तैयारी कर रहे थे। टोक्यो पैरालंपिक में भारत के लिए पदक जीतना उनका सपना था। पूरे देश को आज उन पर गर्व है कि कैसे अपने काम के साथ-साथ बैडमिंटन की भी तैयारी करते रहे। ऋतु सुहास ने बताया कि "सुहास रोजाना लगभग 4 घंटे प्रैक्टिस करते थे, वो मैच के दौरान भगवान का जाप करती है, सुहास के वापसी पर पूरा देश उनका बढ़-चढ़ के स्वागत करेगा।"



2007 बैच के आईएएस अफसर हैं सुहास
सुहास लालिनकेरे यतिराज एक भारतीय पेशेवर पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी हैं और वर्ष 2007 बैच के आईएएस अफसर हैं। सुहास वर्तमान में पुरुष एकल में दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी के रूप करीब डेढ़ वर्ष से कार्यरत हैं। वह पूर्व में प्रयागराज के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्यरत थे। तब मार्च 2018 में वाराणसी में आयोजित हुई दूसरी राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर नेशनल चैंपियन बने थे। अब उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर मेडल हासिल किया है।

कर्नाटक में हासन जिले के मूल निवासी हैं
सुहास लालिनाकेरे यतिराज का जन्म कर्नाटक के हासन में यतिराज एलके और जयश्री सीएस के घर हुआ था। प्रारंभिक स्कूली शिक्षा मांड्या जिले के पास डूड्डा में हुई। उनके पिता सरकारी कर्मचारी थे, इसलिए उन्हें अलग-अलग जगहों पर अपनी पोस्टिंग के दौरान पिता के साथ घूमना-फिरना पड़ता था। उन्होंने अपनी अधिकांश माध्यमिक शिक्षा डीवीएस स्वतंत्र कॉलेज शिवमोग्गा कर्नाटक में की। उन्होंने 2004 में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान सुरथकल कर्नाटक से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग शाखा में विशिष्ट योग्यता के साथ प्रथम श्रेणी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।



पत्नी ऋतु भी बहुमुखी प्रतिभा की धनी हैं
सुहास की शादी ऋतु सुहास से हुई है। वह मिसेज इंडिया 2019 प्रतियोगिता की विनर रह चुकी हैं। ऋतु गाजियाबाद की अपर जिलाधिकारी हैं। वह एक पीसीएस अधिकारी हैं। उनकी बेटी सानवी 5 साल की है और बेटा विवान 2 साल का है। उनकी पत्नी को भी आम चुनावों में मतदाता जागरूकता में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया है।

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