Noida News : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में हुए लिफ्ट हादसे के बाद मृतकों के परिजनों का दर्द छलका है। ट्राइसिटी टुडे ने जिला अस्पताल में मृतकों के परिजनों से बातचीत की। इस दौरान परिजनों ने जो कुछ कहा उससे आप भावुक हो जाएंगे। इस घटना के बाद जितने भी मजदूर मौके पर काम कर रहे थे। उन सब की जिंदगी तबाहा हो गई, जो लोग मर गए उनके परिवार वालों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। जो लोग इस घटना के बाद बचे हैं वह भी रोटी और छत के मोहताज हो गए हैं। मृतक के परिजनों का आरोप है कि 24 घंटे बीत जाने के बाद भी किसी अधिकारी ने उन्हें मृतकों की सूचना नहीं दी है।
परिवार का पालन-पोषण कैसे चलेगा
ट्राइसिटी टुडे को मेरठ निवासी फुरकान त्यागी ने बताया कि उनके गांव के दो लड़के ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आम्रपाली प्रोजेक्ट पर कम कर रहे थे। इसमें दोनों लड़के घायल हो गए, उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई है। लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारी ने उन्हें सूचना नहीं दी है। उनका आरोप है कि दोनों लड़कों की डेड बॉडी कहां पर है, किस अवस्था में है। इसकी भी जानकारी उन्हें नहीं है। सभी सूचना उन्हें समाचारों से मिल रही है। दोनों लड़के अपने परिवार के इकलौते कमाने वाले थे। अब उनके परिवार का पालन-पोषण कैसे चलेगा। इस घटना के बाद दोनों में घर मातम छाया हुआ है।
टेंपो में भरकर जिला अस्पताल में कराया गया भर्ती
एक अन्य मृतक के परिजन फूल सिंह ने बताया कि यह घटना सुबह 8:30 बजे हुई थी। इसमें उनका भतीजा घायल हो गया। सभी घायलों को टेंपो में भरकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रशासन की तरफ से मौके पर एंबुलेंस नहीं थी। जब उन्हें पता चला कि उनका भतीजा जिला अस्पताल में भर्ती है, वो यहां पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने मरीज से मिलने नहीं दिया। शनिवार की सुबह डॉक्टर उसे मृतक घोषित कर दिया। 24 घंटे बीतने के बाद भी हमें डेड बॉडी नहीं मिली ना ही दिखाई गई है। प्रशासन ने हमें दर-दर भटकने पर मजबूर कर दिया है।
50 लाख रुपए मुआवजा की मांग
मृतकों के परिजनों में रोष है। सभी अस्पताल के गेट पर इक्कट्ठा हैं। परिजनों की मांग है कि हर मृतक को 50 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए और बिल्डर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मृतक के परिजनों का कहना है कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तो सड़कों पर डेड बॉडी रखकर धरना देंगे।
परिजनों को 25-25 लाख रुपये देने की घोषण की
आम्रपाली ड्रीम वैली हादसे में मरने वाले मजदूरों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये देने की घोषणा की है। जिसमें से 20 लाख रुपये NBCC और 5 लाख रुपये उत्तर प्रदेश सरकार देगी। इस हादसे में अभी तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है और एक व्यक्ति जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि आम्रपाली ड्रीम वैली हादसे में मरने वाले मजदूरों को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा। इसके अलावा जिम्मेदार लोगों पर एक्शन लिया जाएगा। इस घटना की पूरी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार ने मांगी है। अभी तक इस मामले में NBCC (National Buildings Construction Corporation) के जीएम समेत 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
कैसे और कब हुआ हादसा
आपको बता दें कि आम्रपाली ड्रीम वैली निर्माणधीन सोसाइटी में शुक्रवार की सुबह करीब 8:30 यह हादसा हुआ है। पैसेंजर लिफ्ट में सवार होकर 9 लोग 14वीं मंजिल से नीचे आ रहे थे। आठवीं मंजिल पर अचानक लिफ्ट टूट गई और नीचे जाकर गिरी। इस घटना में लिफ्ट में सवार 4 मजदूरों की मौत मौके पर हो गई। बाकी 5 मजदूरों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में एडमिट करवाया गया। जिसमें से 4 मजूदरों की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना में अभी तक कुल 8 मजदूरों की मौत हुई है और एक मजदूर की हालत नाजुक है। घटना के बाद पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह और डीएम मनीष कुमार वर्मा समेत अन्य अधिकारी ग्रेटर नोएडा वेस्ट की आम्रपाली ड्रीम वैली निर्माणधीन सोसाइटी में पहुंचे थे।