खाने के साथ परोसता है संस्कृति का जायका, केले के पत्तों पर मिलता है भोजन

नोएडा में दक्षिण भारत का रेस्टोरेंट : खाने के साथ परोसता है संस्कृति का जायका, केले के पत्तों पर मिलता है भोजन

खाने के साथ परोसता है संस्कृति का जायका, केले के पत्तों पर मिलता है भोजन

Tricity Today | रेस्टोरेंट अथित्यम

Noida : नोएडा में एक ऐसा रेस्टोरेंट है, जहां खाने के साथ-साथ संस्कृति का भी जायका परोसा जाता है, रेस्टोरेंट का नाम अथित्यम है, जिसका अर्थ अतिथि देवो भवः है। भारत में अतिथि को भगवान माना जाता है, इसी तर्ज पर रेस्टोरेंट में खाना परोसा जाता है। यहां पर खाना केले के पत्तों पर रखकर परोसा जाता है।

दक्षिण भारतीय खानों के लिए फेमस
दरअसल, सेक्टर-104 में स्तिथ यह रेस्टोरेंट दक्षिण भारतीय खानों के लिए फेमस है। रेस्टोरेंट्स दक्षिण भारत के गांव की तरह बनाया गया है। अंदर बैठने पर आपको दक्षिण भारत के कल्चर दिखाई देगा। यहां के दक्षिण भारतीय कई व्यंजन बहुत फेमस है। अगर आप नोएडा में रहते है और वीकेंड पर दोस्तों या परिवार के साथ लंच या डिनर करना चाहते है तो सेक्टर- 104 स्तिथ हाजीपुर मार्किट में अथितियम रेस्टॉरेंट जा सकते है।
साउथ इंडियन के गांव की तरह सजाया
रेस्टोरेंट्स के संचालक मनीष ने बताया कि हम साउथ इंडिया खानों को परोसते हैं, इसलिए हमने रेस्टोरेंट को साउथ इंडियन के गांव की तरह सजाया हुआ है, ऑथेंटिक लुक देने के लिए हम रेस्टोरेंट में साउथ इंडियन म्यूजिक भी चलाते हैं,दरसल ये आईडिया होटल मैनेजमेंट कोर्स करते समय आया था, रेस्टोरेंट का नाम अथित्यम इसलिए रखा है, क्योंकि अथित्यम का अर्थ होता है अतिथि देवो भाव: हम अपने रेस्टोरेंट में आए अतिथियों को भगवान मानते हैं, यह हमारी भारत की संस्कृति रही है इसी वजह से हमने रेस्टोरेंट का नाम अधिकतम रखा है।

क्या है खास
खास बात यह है कि हमने लोगों के ऊपर जो डिजाइन करवाया है, उसमें पीछे केले का पत्ता है और देवनागरी में अथित्यम लिखा हुआ है। इसका कारण सिर्फ ऑथेंटिसिटी दिखाना था ताकि लगे कि हम एक ट्रेडिशनल फील के साथ खाना परोस से हैं, हम खाना भी इसलिए केले के पत्तो में परोसते है ताकि ऑथेंटिसिटी आ सके।

रेस्टोरेंट में साउथ इंडियन म्यूजिक भी चलाते हैं
रेस्टोरेंट्स के संचालक मनीष ने बताया कि हम साउथ इंडिया खानों को परोसते हैं, इसलिए हमने रेस्टोरेंट को साउथ इंडियन एक गांव की तरह सजाया हुआ है। ऑथेंटिक लुक देने के लिए हम रेस्टोरेंट में साउथ इंडियन म्यूजिक भी चलाते हैं। दरअसल यह आईडिया होटल मैनेजमेंट कोर्स करते समय आया था, रेस्टोरेंट का नाम अथित्यम इसलिए रखा है, क्योंकि अथित्यम का अर्थ होता है अतिथि देवो भाव:। हम अपने रेस्टोरेंट में आए अतिथियों को भगवान मानते हैं। यह हमारी भारत की संस्कृति रही है, इसी वजह से हमने रेस्टोरेंट का नाम अधिकतम रखा है।

ऑथेंटिसिटी पर खास ध्यान
खास बात यह है कि हमने लोगों के ऊपर जो डिजाइन करवाया है उसमें पीछे केले का पत्ता है और देवनागरी में अथित्यम लिखा हुआ है, इसका कारण सिर्फ ऑथेंटिसिटी दिखाना था ताकि लगे कि हम एक ट्रेडिशनल फील के साथ खाना परोस से हैं, हम खाना भी इसलिए केले के पत्तो में परोसते है ताकि ऑथेंटिसिटी आ सके।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.