Tricity Today | त्यागी समाज ने एसीपी को सौंपा ज्ञापन
Noida News : शनिवार को नोएडा में त्यागी समाज के युवकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। दूसरी ओर समाज के वरिष्ठ लोग पुलिस अफसरों से मिले। मांगेराम त्यागी के नेतृत्व में इन लोगों ने एसीपी अब्दुल कादिर को ज्ञापन सौंपा है। इसके बाद गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह से मुलाकात की। त्यागी समाज के प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस कमिश्नर से दो मांगे की हैं।
त्यागी समाज की गौतमबुद्ध नगर पुलिस से मांग
मांगेराम त्यागी ने कहा, "गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा के दबाव में पुलिस ने अनुचित कदम उठाए हैं। सोसाइटी में हमारे समाज के 10-15 लोग बातचीत करने गए थे। उन्होंने वहां किसी के साथ मारपीट नहीं की। किसी तरह की अभद्रता नहीं की थी। सांसद डॉ.महेश शर्मा भीड़ लेकर पहुंच गए। उन्होंने युवकों को गिरफ्तार करवाया। उनके साथ मारपीट की गई।" उन्होंने बताया कि ज्ञापन में हमने लिखा है कि त्यागी समाज के युवकों को फरार दिखाया गया है। उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए। उनमें से कोई भी अपराधिक प्रवृत्ति का युवक नहीं है। सभी पढ़े लिखे और समझदार युवक है। उनका मकसद कानून व्यवस्था को तोड़ना और हाथ में लेना नहीं था। वह केवल श्रीकांत त्यागी के परिवार से मिलने और उन्हें ढांढस बनाने जा रहे थे।
डॉ.महेश शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो
मांगेराम त्यागी ने कहा, "पूरा त्यागी समाज इस घटना से उद्वेलित है। गौतमबुद्ध नगर के सांसद ने अपनी राजनीतिक ताकत का दुरुपयोग किया है। उन्होंने राज्य के एक सीनियर आईएएस अफसर को राष्ट्रीय समाचार चैनलों पर गालियां दी है। जब श्रीकांत त्यागी को गाली देने के लिए इतनी बड़ी सजा दी गई है तो सांसद के खिलाफ अब तक मुकदमा क्यों दर्ज नहीं किया गया? सांसद डॉ.महेश शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। उन्हें पूरे त्यागी समाज और देश भर के लोगों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। अगर सांसद ऐसा नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ आंदोलन को और बड़ा किया जाएगा।
ब्राह्मण समाज भी त्यागी समाज के साथ खड़ा है
बरौला गांव के रहने वाले सचिन भारद्वाज ने कहा, "गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा ने पूरे समाज को अपमानित किया है। त्यागी और ब्राह्मण समाज एक ही पिता की संतान है। सदियों से हम लोगों का भाईचारा कायम है। इस घटना की वजह से दोनों समाज के बीच वैमनस्यता चल रही है। सांसद ने जल्दबाजी और सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए सोसाइटी में जाकर बवाल किया है। सही मायने में सांसद का उद्देश्य किसी को न्याय दिलाना नहीं था, बल्कि राष्ट्रीय समाचार चैनलों पर गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर को टारगेट करके सस्ती लोकप्रियता हासिल करना था। उन्होंने उत्तर प्रदेश के सीनियर आईपीएस अफसर को गालियां देकर अपमानित किया है। सांसद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। ब्राह्मण समाज भी त्यागी समाज के साथ खड़ा हुआ है।