Noida News : होली पर्व में तीन दिन बचे है, ऐसे में शहर में रंगो के त्योहार होली का खुमार बाजारों में चढ़ने लगा है। दुकानों पर रंग, गुलाल, पिचकारी के साथ आकर्षक पैकिंग में तरह-तरह के गिफ्ट पैक दिखने लगे हैं। हर दिन बाजार में रौनक बढ़ रही है। विभिन्न प्रकार के रंग, गुलाल, पिचकारी आदि से बाजार सज गए हैं। लोगों में उत्साह बढ़ रहा है। इस बार बाजार में उपलब्ध स्मॉग गुलाल, थंडर स्प्रे, मैजिक आइस आदि होली के उल्लास को दोगुना करेंगे। लोग इसे काफी पसंद भी कर रहे हैं। सेक्टर-18, अट्टा बाजार, सेक्टर-27, इंदिरा मार्केट समेत कई क्षेत्रों में बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है। लोग होली पर स्मोग गुलाल से बम फोड़ कर लोगों में गुलाल बरसा सकेंगे। वहीं, थंडर स्प्रे के जरिए बिना छुए एक-दूसरे को गुलाल लगा सकेंगे। इस बार बाजार में 50 रुपये से लेकर एक हजार रुपये तक की पिचकारी उपलब्ध है।
रंग और गुलाल से सज गए बाजार
इस बार भी होली पर रंगों वाले पटाखे भी खूब आए हैं। बाजार में नए ट्रेंड्स के कलर आइटम्स आए हैं, जिन्हें पटाखों का रूप दिया गया है। इन्हें आग से जलाने पर रंगों के फव्वारें फूटते हैं। एक विशेषता यह भी है कि इनसे आवाज नहीं आती और आसमान में बिखरते रंगों का नजारा देखने लायक होता है। इनमें कलर शॉट्स, स्मॉग पाइप, स्मॉग फाउंटेन, मैजिकल आइस खासा चर्चा में हैं। कारोबारी राहुल का कहना है कि इस तरह के कलर आइटम्स पिछले कुछ सालों से बाजार में आ रहे हैं और धीरे-धीरे इनकी मांग भी काफी बढ़ रही है। लोगों के बीच इन्हें खासा पसंद किया जा रहा है। इस बार बाजार में इलेक्ट्रॉनिक पिचकारी आई है, जो सेक्टर-27 स्थित इंदिरा मार्केट में गुरुवार को पिचकारी खरीदते लोग।
रंगो के त्योहार पर चुनाव का रंग
आगामी लोकसभा चुनावों का असर बाजार से लेकर त्योहार तक दिखने लगा है। इस बार तो रंगों के त्योहार पर भी चुनाव का रंग चढ़ गया है। बाजारों में आकर्षण का केंद्र मोदी और राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल की फोटो लगी पिचकारी है।
वहीं, दुकानदारों का कहना है कि छोटी पिचकारी के रेट में तो ज्यादा फर्क नहीं आया है, लेकिन बड़ी पिचकारियों के दामों में पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत का इजाफा 30 फुट दूरी तक धार फेंकती है। इलेक्ट्रॉनिक पिचकारी 300 से 1200 रुपये तक मिल रही है।
होली को लेकर बच्चों में विशेष उत्साह
बाजार में दुकानों पर लगे कार्टून मास्क और पिचकारी बच्चों को खूब लुभा रही हैं। अपने अभिभावकों को लेकर दुकानों पर पहुंचने वाले बच्चे कार्टून टैंक और बंदूक वाली पिचकारी अधिक खरीद रहे हैं। वहीं, पक्के रंग के मुकाबले अधिकांश लोग अबीर गुलाल खरीदना पसंद कर रहे हैं। ऐसे में बाजार में भीड़ भी बढ़ने लगी है।रंग और गुलाल की सुगंध से दुकानें महक रही हैं। एक से बढ़कर एक क्वालिटी और रंग के गुलाल बाजार में उपलब्ध हैं।