गौतमबुद्ध नगर के दौरे पर आज पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अफसरों और जनप्रतिनिधियों संग बैठक समाप्त हो गई है। अब वह जिले के गांवों का भ्रमण कर रहे हैं। सबसे पहले वह जनपद के छपरौली गांव पहुंचे। वहां उन्होंने संक्रमित मरीजों से उनका कुशलक्षेम पूछा। परिजनों से स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने पूरे गांव का भ्रमण किया और लोगों से कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए बनाई गई रणनीति और प्रशासन का फीडबैक लिया। साथ ही अफसरों और जनप्रतिनिधियों से लगातार जनसंवाद स्थापित रखने का आदेश दिया। योगी ने कहा कि हर नागरिक को समुचित इलाज मिलना चाहिए।
इस दौरान ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से अपनी परेशानियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि गांव में अब भी स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी है। कोरोना टेस्ट के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है। जांच के लिए शहर का रुख करना पड़ता है। देहात और कस्बे में बने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इलाज करने में असफल हैं। ग्रामीणों ने कहा कि जनपद के गांवों में कोरोना महामारी की वजह से अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। लेकिन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग जांच शिविर लगाकर टेस्टिंग करने में असफल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीणों को आश्वस्त कराया और कहा है कि अभियान के तहत हर एक नागरिक की जांच की जाएगी। खासतौर पर जीन लोगों में कोरोना के लक्षण हैं, उनका आरटीसीपीआर तथा एंटीजन टेस्ट किया जाएगा। उन्हें मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने सभी अफसरों को आदेश दिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं प्राथमिकता के तौर पर विकसित की जाएं। हर संदिग्ध नागरिक की जांच कराई जाए। यह जिम्मेदारी प्रशासन की है। साथ ही अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को भी इलाज उपलब्ध कराया जाए। कुछ ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि अफसर कॉल का जवाब नहीं देते। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा है कि संबंधित अधिकारियों का मोबाइल नंबर हमेशा ऑन रहेगा। लोग उस पर अपनी समस्याएं किसी भी वक्त साझा कर सकते हैं। उनका त्वरित और उचित समाधान निकाला जाएगा। उन्होंने कहा है कि ग्रामीण इलाकों में बने CHC, DCHC और जिला स्तर पर बने अस्पतालों को अत्याधुनिक बनाया जा रहा है। जल्द ही इस अभियान को पूरा कर लिया जाएगा।
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