एक गांव में महीने भर में 17 लोगों की मौत,कोरोना जैसे लक्षण होने का डर

रायबरेली : एक गांव में महीने भर में 17 लोगों की मौत,कोरोना जैसे लक्षण होने का डर

एक गांव में महीने भर में 17 लोगों की मौत,कोरोना जैसे लक्षण होने का डर

Google Image | एक गांव में महीने भर में 17 लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाको में कोरोना महामारी कहर बनकर टूट रही है। जब से पंचायत चुनाव ख़त्म हुए है तब से कोरोना चरम पर है।हॉस्पिटल मे जगह नही ना ही ऑक्सीजन उपलब्ध है। हर तरफ अफरातफरी का मौहाल बना हुआ है।  अभी ताजा मामला प्रदेश के कई गांव का है। पिछले तीन सप्ताह से मौत का सिलसिला चल रहा है। रायबरेली जिले के सुल्तानपुर खेड़ा गांव में भी संक्रमण फैला हुआ है और अबतक यहां 18 लोगों की मौत हो चुकी है। गांव में दहशत का माहौल है और लोग डर के साये में जी रहे हैं। सरकार ने इसे कन्टेनमेंट जोन बना दिया है। यहां एक महीने में 18 लोगों की मौत हो गई है। वो भी अचानक से ही

रायबरेली के छोटे से गांव सुल्तानपुर खेड़ है।यहां लगभग 500 परिवार रहते हैं। यहाँ बीते कुछ दिनों से हर तरफ मौत का मंजर दिखाई दे रहा है। गांव में 18 में से 17 लोग ऐसे थे। जिनकी मौत कोरोना के लक्षण आने के बाद हुई। गांव में कोरोना लक्षण जैसे जुकाम और बुखार से इंफेक्शन की शुरुआत होती है और सांस लेने में तकलीफ के बाद मौत हो जाती है। गांव में डर का माहौल है।

गांव के रहने वाले एक शख्स दिनेश सिंह ने बताया की कई दिनों तक हमें लगा यह सामान्य सर्दी और खांसी है। जब लोग मरने लगे तो हम घबरा गए। स्थानीय निवासियों का कहना है कि 17 मौतों में से 15 का कोविड टेस्ट नहीं किया गया था और ना ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जिसके चलते अप्रैल के महीने मे आधिक  मरने वालों की संख्या सिर्फ दो ही दिखाई जा रही है। दिनेश सिंह ने कहा जो अठारहवीं मौत हुई है। वह एक युवती की थी। उसे जन्मजात हृदय की बीमारी थी। उसे कोरोना नहीं हुआ था।

यहाँ गांव में बिना टेस्ट के मरने वाले 15 लोगों में राम समुजीवन साहू भी थे। जो एक चाट स्टाल चलाते थे। साहू के बेटे गणेश ने बताया कि उन्हें केवल तीन दिन सर्दी जुकाम हुआ। उन्होंने पास के एक डॉक्टर से दवाएं ले ली फिर उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी। हम ऑक्सीजन की तलाश करने लगे। इसी बीच 27 अप्रैल को उनकी मौत हो गई। गांव के निवासियों का कहना है कि गांव ने एक महीने पहले तक कभी 18 मौतें नहीं देखीं थी।रायबरेली मुख्य रूप से भारत के सबसे अधिक आबादी वाले ग्रामीण जिलों में से एक है। जो दूसरी कोविड लहर से प्रभावित हुआ है।
 

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.