सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भी विवादित बयान दिया। इससे पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक सभा में मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर बयान दिया था। राजभर ने कहा, "अगर जिन्ना को देश का पहला प्रधानमंत्री बना दिया गया होता तो देश का बंटवारा न हुआ होता। यही नहीं राजभर ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व उप प्रधानमंत्री वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को भी जिन्ना का प्रशंसक तक बता दिया। 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजभर ने अभी हाल ही में सपा के साथ गठबंधन का ऐलान किया है।"
भारत विभाजन के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर राजभर ने बुधवार को कहा कि जिन्ना को अगर देश का पहला प्रधानमंत्री बना दिया गया होता तो देश का बंटवारा ही नहीं होता। आगामी विधानसभा चुनाव के लिए ओमप्रकाश राजभर ने अभी हाल ही में सपा के साथ गठबंधन किया है। संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि जरा सोचिए अटल जी और आडवाणी जी भी जिन्ना के विचारों की प्रशंसा क्यों करते थे। कुछ दिनों पूर्व अखिलेश यादव ने एक सभा में जिन्ना को लेकर बयान दिया था, इसे लेकर काफी विवाद हुआ था। विरोधी दलों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नेताओं के जिन्ना प्रेम को चुनावी लाभ के लिए धार्मिक तुष्टीकरण की राजनीति का परिणाम बताया था।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में अखिलेश यादव ने कहा था कि सरदार पटेल जमीन से जुड़े थे, वो जमीनी हकीकत को समझकर फैसले लेते थे। इसीलिए लौह पुरुष (आयरन मैन) के नाम से भी जाने जाते हैं। अगर उन्हें किसी भी तरह का संघर्ष करना पड़ा तो वह पीछे नहीं हटे। सरदार बल्लभ भाई पटेल, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़कर के बैरिस्टर बने थे। बताया जा रहा है कि इसी दौरान अखिलेश ने जिन्ना की तारीफ करते हुए कहा था कि स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी, सरदार पटेल और पंडित नेहरू की तरह ही जिन्ना ने भी अहम भूमिका निभायी थी।