UP Assembly Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को एक के बाद एक झटके लग रहें है। स्वामी प्रसाद मौर्य और दारा सिंह चौहान के बाद शिकोहाबाद से भाजपा विधायक मुकेश वर्मा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वर्मा ने अपने पत्र में लिखा है कि भाजपा सरकार में दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखने वाले नेताओं को तवज्जों नहीं दी गई। सरकार में किसानों, बेरोजगारों एवं छोटे कारोबारियों की उपेक्षा की गई है। वर्मा ने कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य उनके नेता हैं। मुकेश वर्मा ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दिया है।
वहीं अब मुकेश वर्मा के भी समाजवादी पार्टी में जाने की चर्चा शुरू हो गई है। बीते तीन दिनों में बीजेपी छोड़ने वाले यह सातवें विधायक हैं। मुकेश वर्मा ने अपने ट्विटर हैंडल से इस्तीफा शेयर किया। पत्र के साथ उन्होंने लिखा कि भाजपा सरकार द्वारा 5 वर्ष के कार्यकाल में दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं व जनप्रतिनिधियों को कोई तवज्जो नहीं दी गई व दलित, पिछड़ों किसानों व बेरोजगारों की उपेक्षा की गई। इसकारण मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।
डॉ. मुकेश वर्मा मूल रूप से फिरोजाबाद के श्री नगर जलेसर उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश से ही वर्ष 2007 में डॉ. भीम राव आंबेडकर से एमएस (जनरल सर्जन) किया था। सर्जन से वह राजनीतिज्ञ बने। उनकी पत्नी भी एक सरकारी डॉक्टर हैं। मुकेश वर्मा 2012 में बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़े थे लेकिन तब वह अपनी सीट हार गए थे। 2017 में बीजेपी ने उन्हें शिकोहाबाद से प्रत्याशी बनाया और उन्होंने बहुमत पाकर जीत हासिल की।