भगवान श्री कृष्ण की नगरी में हर बार हारी सपा, फिर से किस्मत आजमाने का किया फैसला

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 : भगवान श्री कृष्ण की नगरी में हर बार हारी सपा, फिर से किस्मत आजमाने का किया फैसला

भगवान श्री कृष्ण की नगरी में हर बार हारी सपा, फिर से किस्मत आजमाने का किया फैसला

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UP Assembly Election 2022 : जहां समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय सचिव बोलते हैं कि भगवान श्री कृष्ण मेरे सपनों में आए और कहा कि इस बार हमारी जीत अवश्य होगी। वही, बता दें कि आज तक समाजवादी पार्टी कभी भी मथुरा में एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई है। मुलायम सिंह से लेकर अखिलेश यादव इस सीट पर सफलता हासिल करने के लिए अपनी एड़ी चोटी तक का जोर लगा चुके हैं। लेकिन, फिर भी सफलता नहीं पा सके। इस बार फिर से सपा रालोद से गठबंधन कर मथुरा की 2 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पार्टी का कहना है कि इस बार उन्हें उम्मीद है कि हमारी विजय अवश्य होगी। लेकिन इतिहास में आज तक सपा ने कभी मथुरा की एक भी सीट पर विजय हासिल नहीं की है। 

यादवों कि तकरीबन 50 हजार वोट, फिर भी हारी सपा 
मथुरा जनपद में इस बार फिर समाजवादी पार्टी रालोद गठबंधन से 2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी यहां में यादव समाज की भी अच्छी कासा वोट बैंक है मथुरा जनपद में करीब 17 गांव और 24 मजरा है। यहां यादव समाज की 50 हजार वोटर है। मथुरा मैं 15 हजार और वृंदावन में 20 हजार यादव मतदाता है जिसके बाद भी समाजवादी पार्टी मथुरा में एक भी सीट पर सफलता हासिल नहीं कर पाई है। 

सपा का मथुरा में चुनाव इतिहास 
4 अक्टूबर 1992 में समाजवादी पार्टी का गठन मुलायम सिंह यादव ने किया। जिसके बाद से मुलायम सिंह यादव तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। वर्तमान में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव है। लेकिन 1992 से 2019 तक एक भी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मथुरा में समाजवादी पार्टी ने सफलता हासिल नहीं की है। 1993 में हुए विधानसभा चुनाव में पहले बाहर सपा सरकार ने जयप्रकाश यादव को प्रत्याशी चुन चुनाव लड़ाया था। लेकिन, वह कुछ हजार वोट ही बटोर पाए और हार का सामना करना पड़ा। जिसके बाद अखिलेश यादव के नजदीकी संजय लाठर ने मांट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन उनको भी सफलता नहीं मिली।

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