धन्यवाद योगी जी! आपने हमारे शहर पर लगा कलंक धो दिया

नोएडा के लोग बोले : धन्यवाद योगी जी! आपने हमारे शहर पर लगा कलंक धो दिया

धन्यवाद योगी जी! आपने हमारे शहर पर लगा कलंक धो दिया

Tricity Today | योगी आदित्यनाथ

Noida News : भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में एक बार फिर शानदार कामयाबी हासिल की है। भाजपा के खाते में 272 सीट गई हैं। गौतमबुद्ध नगर जिले की तीनों सीटें भारतीय जनता पार्टी ने जीती हैं। नोएडा शहर के लोगों ने इस कामयाबी के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी है। साथ ही धन्यवाद विज्ञापित किया है। लोगों का कहना है, "मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हम आभारी हैं। उन्होंने नोएडा पर लगे कलंक को धो दिया है। दरअसल, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव बार-बार कह रहे थे कि नोएडा जाने वाला मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी से हाथ धो बैठता है। नोएडा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए अशुभ होता है। शायद वह इसी डर की वजह से अखिलेश यादव मुख्यमंत्री रहते गौतमबुद्ध नगर की सीमा में नहीं घुसे। अब जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव जीतने में कामयाब हो गए हैं तो नोएडा के नाम पर लगाया यह धब्बा धुल गया है।"

क्या है नोएडा से जुड़ा यह मिथक
नोएडा को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों में एक मिथक रहा है। कहा जाता रहा कि यूपी का मुख्यमंत्री नोएडा आता है तो अपनी कुर्सी से हाथ धो बैठता है। नोएडा की स्थापना करने वाले दिवंगत मुख्यमंत्री एनडी तिवारी से इसकी शुरुआत हुई थी। एनडी तिवारी नोएडा आए और उन्हें यूपी छोड़कर केंद्र जाना पड़ गया था। फिर ऐसा ही मुलायम सिंह यादव, कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह और मायावती के साथ हुआ। यह तीनों नेता मुख्यमंत्री रहते नोएडा आए और किसी न किसी कारण पद छोड़ना पड़ा या चुनाव हार गए। यही वजह थी कि जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने तो पूरे 5 साल में एक बार भी गौतमबुद्ध नगर नहीं आए। हालांकि, इसके बावजूद अखिलेश यादव 2017 का चुनाव हार गए थे। अब जब चुनाव प्रचार के दौरान अखिलेश यादव से यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने एक न्यूज़ चैनल को जवाब दिया, "योगी जी बार-बार गौतमबुद्ध नगर गए हैं। आप देख लेना वह सत्ता में वापस लौटकर नहीं आने वाले हैं। नोएडा मुख्यमंत्री पद के लिए अशुभ है। अखिलेश यादव के इस बयान की नोएडा शहर के निवासियों ने कड़ी निंदा की थी।"

20 बार गौतमबुद्ध नगर आए योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ना केवल इस मिथक को तोड़ा बल्कि वे पिछले 5 वर्षों के दौरान 20 बार नोएडा और ग्रेटर नोएडा में आए। औसतन हर तीसरे महीने योगी आदित्यनाथ ने गौतमबुद्ध नगर का दौरा किया है। योगी सबसे पहले चुनाव जीतने के तुरंत बाद 25 दिसंबर 2017 को नोएडा में मैजेंटा लाइन मेट्रो का उद्घाटन करने आए थे। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात का जिक्र किया था। पीएम ने कहा था, "एक संन्यासी होने के बावजूद योगी आदित्यनाथ आधुनिक और खुले विचारों वाले हैं। नोएडा नहीं आने के मिथक को उन्होंने तोड़ा है।"

'अखिलेश यादव का मिथक दूर किया'
दादरी विधानसभा में स्थित खेड़ा धर्मपुरा के निवासी रोहित शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में एक बार फिर योगी आदित्यनाथ की सरकार बनेगी। इसके लिए वो गौतमबुद्ध नगर की तीनों विधानसभा सीटों के वोटरों का धन्यवाद देते हैं। अखिलेश यादव कहते है कि जो मुख्यमंत्री नोएडा आता है, उसको हार का सामना करना पड़ता है। योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के इस मिथक को दूर कर दिया है।

'अखिलेश यादव को मिला करारा जवाब'
राममुठ्यनी के निवासी अवधेश शर्मा ने बताया कि यह तो पहले से ही निश्चित था कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी। क्योंकि भाजपा की कार्यशैली काफी बेहतर है। अखिलेश यादव कहते हैं कि नोएडा आने वाले मुख्यमंत्री दोबारा से मुख्यमंत्री नहीं बनते हैं, लेकिन योगी आदित्यनाथ तो 20 बार नोएडा आए हैं। इस तरीके से योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव को उनकी ही बातों का करारा जवाब दिया है।

'योगी आदित्यनाथ ने किया अपना वादा पूरा'
दादरी विधानसभा में स्थित एक गांव के रहने वाले कन्हैया पंडित का कहना है कि एक बार मैंने टीवी चैनल पर सुना था कि योगी आदित्यनाथ से एक मीडिया कर्मी पूछ रहा था कि अखिलेश यादव और मायावती लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश के सीएम नहीं बने। इस पर योगी आदित्यनाथ ने जवाब दिया था कि हम बनेंगे। योगी आदित्यनाथ ने इस तरीके से अपने वादे को पूरा किया है।

'हर एक जाति बिरादरी योगी आदित्यनाथ के साथ'
दादरी विधानसभा में स्थित आकलपुर गांव निवासी कमलराज नागर का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी का नारा है कि 'सबका साथ-सबका विकास'। जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी अपने नारे पर खरा उतरी है, उसी तरीके से लोगों ने योगी आदित्यनाथ को अपनी पहली पसंद बनाई है। यह अफवाह है कि भारतीय जनता पार्टी को जाट और मुस्लिमों ने वोट नहीं किया। जाट और मुस्लिम के अलावा और एक बिरादरी और जाति ने योगी आदित्यनाथ को वोट दिया है।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.