केंद्र सरकार के ये राज्यमंत्री और एमएलसी कोटे के मंत्री लड़ेंगे चुनाव

भाजपा ने यूपी चुनाव के लिए तैयार की बड़ी रणनीति : केंद्र सरकार के ये राज्यमंत्री और एमएलसी कोटे के मंत्री लड़ेंगे चुनाव

केंद्र सरकार के ये राज्यमंत्री और एमएलसी कोटे के मंत्री लड़ेंगे चुनाव

Social Media | प्रतीकात्मक फोटो

UP Assembly Election 2022 : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) ने अपने तरकस का हर तीर आजमाने का फैसला ले लिया है। अब इसी सिलसिले में पार्टी ने निर्णय लिया है कि उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले केंद्र सरकार के सारे राज्यमंत्री और योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में एमएलसी कोटे के मंत्री भी चुनाव लड़ेंगे। इनके लिए विधानसभा क्षेत्रों की तलाश शुरू कर दी गई है। जानकारी यह भी मिली है कि कई मंत्री चुनाव लड़ने से कतरा रहे हैं। उन्होंने पार्टी के सामने अपनी नाखुशी जाहिर की है। दूसरी तरफ पार्टी के रणनीतिकार इन मंत्रियों पर हर हाल में चुनाव लड़ने का दबाव बना रहे हैं।

मोदी सरकार में यूपी के 9 सांसद राज्य मंत्री हैं
केंद्र सरकार में उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले 10 सांसद इस वक्त राज्यमंत्री हैं। इनमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जनरल वीके सिंह, संजीव कुमार बालियान और एसपीएस बघेल हैं। जनरल वीके सिंह गाजियाबाद के सांसद हैं। केंद्र में रोड ट्रांसपोर्ट, हाईवे और सिविल एविएशन मंत्रालय में राज्यमंत्री हैं। संजीव कुमार बालियान मुजफ्फरनगर के सांसद हैं। एसपीएस बघेल आगरा के सांसद हैं। इसी तरह केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति फतेहपुर, अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर, पंकज चौधरी महाराजगंज, कौशल किशोर मोहनलालगंज, अजय मिश्रा टेनी लखीमपुर खीरी और भानु प्रताप सिंह वर्मा जालौन के सांसद हैं। इन सभी राज्य मंत्रियों को यूपी में विधानसभा चुनाव लड़ना पड़ सकता है।

कई सांसदों को भी चुनाव लड़ेगी भाजपा
केंद्र सरकार के राज्य मंत्रियों के अलावा कई सांसदों को भी विधानसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है। भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष रणनीतिकारों ने ऐसे सांसदों की सूची तैयार कर ली है। इनके लिए विधानसभा सीटों की पहचान की जा रही है। जानकारी मिली है कि बागपत के सांसद सत्यपाल सिंह छपरौली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। इसी तरह मुजफ्फरनगर के सांसद संजीव बालियान को भाजपा बुढाना सीट से मैदान में उतार सकती है। उत्तर प्रदेश में ऐसी करीब 20 क्रिटिकल विधानसभा सीटों की पहचान भाजपा ने की है। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि अगर इन सीटों पर सांसद चुनाव लड़ेंगे तो एक बार फिर भाजपा को जीत मिल सकती है। मौजूदा विधायकों या नए उम्मीदवारों को मौका दिया गया तो सीट हारने का बड़ा खतरा है।

योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम मैदान में आएंगे
यूपी के चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य विधान परिषद के सदस्य हैं। पार्टी के आंतरिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री आने वाला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। यह भी जानकारी मिल रही है कि योगी आदित्यनाथ अयोध्या से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा लखनऊ और केशव प्रसाद मौर्य इलाहाबाद की किसी विधानसभा सीट से मैदान में उतर सकते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक इस रणनीति के पीछे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का मानना है कि जनता में मजबूत संदेश जाना चाहिए। वोटरों को यह नहीं लगना चाहिए कि सरकार के तीनों शीर्ष नेता चुनाव ना लड़कर पिछले दरवाजे से सत्ता में पहुंच रहे हैं।

सरकार के एमएलसी मिनिस्टर भी लड़ेंगे चुनाव
उत्तर प्रदेश सरकार में मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री के अलावा 3 कैबिनेट मिनिस्टर डॉक्टर महेंद्र सिंह, भूपेंद्र सिंह चौधरी और जितिन प्रसाद भी विधान परिषद के सदस्य हैं। इन तीनों नेताओं को भी विधानसभा चुनाव लड़ाया जाएगा। डॉ.महेंद्र सिंह प्रतापगढ़ के निवासी हैं। उनके लिए प्रतापगढ़ में कोई सीट तलाश की जा रही है। भूपेंद्र चौधरी मुरादाबाद के रहने वाले हैं। उनके लिए पश्चिम उत्तर प्रदेश के जाट बाहुल्य इलाके में सीट तलाश की जा रही है। वेस्ट यूपी में जाट बिरादरी के वोटरों को इस बार भाजपा से खफा बताया जा रहा है। ऐसे में भाजपा भूपेंद्र सिंह चौधरी को चुनाव लड़वाकर बड़ा संदेश देना चाहती है। हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में एमएलसी और योगी सरकार में मंत्री बने जितिन प्रसाद शाहजहांपुर के मूल निवासी हैं। लखीमपुर खीरी कांड के बाद तराई में भाजपा परेशानी का सामना कर रही है। लिहाजा, जितिन प्रसाद को डैमेज कंट्रोल के लिए मैदान में उतारा जा सकता है।

उत्तर प्रदेश सरकार में अशोक कटारिया विधान परिषद से ट्रांसपोर्ट और पार्लियामेंट्री अफेयर्स मिनिस्टर हैं। उनके पास स्वतंत्र प्रभार हैं। मूल रूप से बिजनौर जिले के रहने वाले हैं। गुर्जर समाज से ताल्लुक रखते हैं। पिछले दिनों सम्राट मिहिरभोज की प्रतिमा को लेकर विवाद खड़ा हुआ था। तब से गुर्जर बिरादरी को नाराज बताया जा रहा है। यह नाराजगी दूर करने के लिए अशोक कटारिया को चुनाव लड़वाने की तैयारी है। मिली जानकारी के मुताबिक उन्हें बिजनौर लोकसभा क्षेत्र में शामिल मुजफ्फरनगर के मीरापुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ गया जा सकता है। राज्यमंत्री मोहसिन रजा और धर्मवीर प्रजापति भी एमएलसी हैं। मोहसिन रजा लखनऊ से हैं और धर्मवीर प्रजापति पश्चिमी उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.