मेरठ से नोएडा-दिल्ली 20 मिनट में पहुंचेंगे गम्भीर मरीज, मई से इस एक्स्प्रेसवे पर मिलेंगी एयर एम्बुलेंस

बड़ी खबर : मेरठ से नोएडा-दिल्ली 20 मिनट में पहुंचेंगे गम्भीर मरीज, मई से इस एक्स्प्रेसवे पर मिलेंगी एयर एम्बुलेंस

मेरठ से नोएडा-दिल्ली 20 मिनट में पहुंचेंगे गम्भीर मरीज, मई से इस एक्स्प्रेसवे पर मिलेंगी एयर एम्बुलेंस

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Meerut News : मेरठ, बागपत, हापुड़ और मुजफ्फरनगर समेत आसपास के जिलों में रहने वाले लाखों लोगों के लिए बड़ी खबर है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) पर मई से एयर एंबुलेंस की सुविधा मिलने लगेगी। एयर एंबुलेंस (Air Ambulance) के लिए मेरठ के नजदीक हेलीपैड बनाया जा रहा है। यहां से गंभीर रूप से बीमार लोगों को महज 15 से 20 मिनट में नोएडा, दिल्ली और गुड़गांव के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल तक पहुंचाया जा सकेगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक एक्सप्रेसवे के किनारे पेट्रोल पम्प, सीएनजी सटेशन और इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन भी बनकर तैयार हो जाएंगे।

स्थानीय प्रशासन से एनओसी नहीं मिली, देरी हुई
वैसे तो यह सारी सुविधाएं अब तक एक्सप्रेसवे के किनारे उपलब्ध हो जानी चाहिए थीं। करीब 6 महीने से एक्सप्रेसवे पर यातायात हो रहा है लेकिन सुविधाओं का भारी अभाव है। इस मसले पर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से बताया गया है कि स्थानीय स्तर पर कुछ एनओसी मिलने में देरी हुई है। तकनीकी कारणों के चलते काम पिछड़ा है। प्राधिकरण अफसरों का कहना है कि अब तेजी से काम चल रहा है। पेट्रोल पंप के साथ ही होटल, रेस्टोरेंट और ढाबा तैयार किए जा रहे हैं। इसी साल मई तक यह सारी सुविधाएं आम लोगों को मिलने लगेंगी। यह सबकुछ टेंडर की शर्तों के हिसाब से पूरा किया जाएगा।

मैरिज हॉल चिल्ड्रन पार्क भी बन रहे हैं
आपको बता दें कि मेरठ एक्सप्रेसवे के चौथे चरण (डासना से मेरठ) के बीच भोजपुर इंटरचेंज पर जनसुविधाओं के लिए बड़ी जगह छोड़ी गई है। वहां एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ पेट्रोल पंप, सीएनजी स्टेशन, इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन, विश्राम कक्ष, ररेस्टोरेंट, ढाबा, मैकेनिक वर्कशॉप और मैरिज हॉल से लेकर बच्चों के खेलने के लिए पार्क बनाए जा रहे हैं। दिल्ली की निजी कंपनी को पिछले साल टेंडर जारी किया गया था। मार्च 2022 तक सभी सुविधाएं यात्रियों के लिए शुरू की जानी थीं लेकिन अब तक कुछ नहीं हो पाया है। पेट्रोल पंप और खाने-पीने की सुविधाएं भी नहीं हैं। इन पर सबसे पहले काम होना था। प्रोजेक्ट लगातार पिछड़ रहा है। इसे लेकर एनएचएआई के अधिकारियों ने कंपनी के साथ बैठक की है। कंपनी अफसरों को कहा गया है कि जन सुविधाएं शुरू करने में अब और ज्यादा देरी नहीं होनी चाहिए।

दुर्घटना के शिकार लोगों को मिलेगी सुविधा
एक्सप्रेसवे पर हादसा होने या आपात स्थिति में मरीजों को यहां से एयर एंबुलेंस की सुविधा दी जाएगी। शुरुआत में यह सुविधा केवल एक्सप्रेसवे से जुड़ी घटनाओं में मदद करेगी। आगे चलकर इसका दायरा बढ़ाया जाएगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों ने कहा, "एयर एंबुलेंस के लिए एक्सप्रेसवे के किनारे बड़ा हेलीपैड बनाया जा रहा है। यहां से महज 15-20 मिनट में दिल्ली-एनसीआर के तमाम बड़े अस्पतालों तक मरीजों को पहुंचाया जा सकेगा। आगे चलकर इस सुविधा का लाभ मेरठ और आसपास के जिलों में रहने वाले लोग भी उठा सकेंगे। जिस पर आने वाला खर्च मरीज के परिवार को वहन करना होगा।" एंबुलेंस को एयर क्लीयरेंस दिलाने का काम भी संबंधित एजेंसी का होगा। आपात स्थिति आने पर एनएचएआई की शर्तों के हिसाब से कंपनी को यह सेवा मुहैया करवानी पड़ेगी।

लोगों को ऑन कॉल मिलेगी एयर एंबुलेंस
एनएचएआई की ओर से बताया गया है कि एयर एंबुलेंस सेवा देने वाली कंपनी के साथ करार किया जा रहा है। लोगों को यह सुविधा ऑन कॉल मिलेगी। मतलब, एयर एंबुलेंस सेवा लेने के लिए कंपनी के 24 घंटे चलने वाले कस्टमर केयर नंबर पर फोन करना होगा। जरूरी शुल्क का अग्रिम भुगतान करना होगा। इसके बाद निर्धारित वक्त पर एयर एंबुलेंस का हेलीकॉप्टर पहुंच जाएगा। एक्सप्रेसवे के चौथे चरण (डासना-मेरठ) के बीच भोजपुर से पहले किलोमीटर 27 पर दोनों तरफ होटल, पेट्रोल पंप, ढाबा और अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। यहीं हेलिपैड बनाया जा रहा है। जहां से एयर एंबुलेंस की सुविधा मिलेगी।

एक्सप्रेसवे पर अभी पंक्चर लगाने तक की सुविधा नहीं
मेरठ एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक को चलते करीब 6 महीने बीत चुके हैं लेकिन जन सुविधाओं का भारी अभाव है। अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि अगर अभी किसी वाहन में पंक्चर हो जाए तो समस्या खड़ी हो जाती है। पंक्चर लगवाने के लिए मैकेनिक मेरठ, मोदीनगर या भोजपुर से बुलाना पड़ता है। लोगों की शिकायत पर पेट्रोलिंग व्हीकल पर पंक्चर लगाने वाले की सुविधा दे रहे हैं लेकिन उसके अलावा न कहीं पेट्रोल पंप है और न जलपान की कोई व्यवस्था है। इसलिए अब एनएचएआई चाहती है कि किसी भी सूरत में जन सुविधा देने का काम जल्द से जल्द शुरू किया जाए।

32 किलोमीटर दायरे में ज्यादा परेशानी
डासना से मेरठ के 32 किलोमीटर के हिस्से में सबसे ज्यादा समस्या है। जिसको ध्यान में रखकर एनएचएआई ने समीक्षा शुरू की है। हर सप्ताह निजी कंपनी से अपडेट देने को कहा गया है। जिससे समय से काम पूरा कराया जा सके। कंपनी की तरफ से एनएचआई को जानकारी दी गई है कि कुछ हिस्सों में पेट्रोल पंप और रेस्तरां बनाने की दिशा में काम चल रहा है। नए सिरे से निर्माण कराया जा रहा है, जिसके चलते देरी हो रही है। लेकिन, अब हर हाल में मई तक सभी सुविधाएं शुरू कर दी जाएंगी।

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