उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य की भाजपा सरकार पर हमला बोला है। स्विस संगठन की हालिया वायु गुणवत्ता रिपोर्ट को आधार बनाते हुए अखिलेश ने योगी आदित्यनाथ को कटघरे में खड़ा किया। गुरुवार को एक ट्वीट कर सपा प्रमुख ने प्रदूषण से जुड़े अहम मसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर मौजूदा सत्ता उनकी पूर्ववर्ती सरकार में शुरू किए गए पर्यावरण संरक्षण में योगदान करने वाली योजनाओं को नहीं रोकती, तो प्रदेश के इतने शहर प्रदूषित शहरों की लिस्ट में टॉप में नहीं रहते।
पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा, “दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में 10 शहर उत्तर प्रदेश के हैं। राजधानी लखनऊ दुनिया में नौवें नंबर पर है। अगर सपा सरकार के सार्वजनिक परिवहन मेट्रो, साइकिल ट्रैक, गोमती रिवर फ़्रंट, पार्क और सफ़ारी जैसे पर्यावरणीय काम न रोके होते तो आज भाजपा सरकार को यह दिन नहीं देखना पड़ता।” बताते चलें कि स्विस संगठन ‘आईक्यू एयर’ ने गत मंगलवार को ‘विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2020’ जारी किया। इसके मुताबिक दुनिया के सबसे प्रदूषित 30 शहरों में से 22 भारत में हैं। इनमें लखनऊ नौवें स्थान पर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में भारत प्रमुखता से दिख रहा है। सबसे प्रदूषित 30 शहरों में से 22 भारत के हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन का शिनजियांग दुनिया में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है। उसके बाद शीर्ष 10 में से नौ शहर भारत के हैं। इस लिस्ट में गाजियाबाद दूसरे स्थान पर है। उसके बाद बुलंदशहर, ग्रेटर नोएडा वेस्ट, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, लखनऊ और भिवाड़ी का नंबर आता है। इन शहरों में प्रदूषण का स्तर पीएम2.5 के आधार पर मापा गया है।