Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के लिए चुनाव हो चुका है। गुरुवार को परिणामों की घोषणा भी हो गई है। इस बार मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने का दावा कर रहे थे। जब चुनाव प्रचार शुरू हुआ तो अखिलेश यादव ने 400 सीट जीतने का दावा किया था। आपको यह भी बता दें कि यूपी विधानसभा में 403 विधायक बैठते हैं। समाजवादी पार्टी को केवल 111 सीट हासिल हुई हैं। हालांकि, पिछली बार के मुकाबले इस बार सपा की 64 सीट बढ़ गई हैं। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने 255 सीट हासिल की हैं।
समाजवादी पार्टी का 30 जिलों में खाता नहीं खुला
समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव के लिए इस चुनाव के परिणाम निराशाजनक रहे हैं। लोग हार की समीक्षा करने में जुटे हैं। कारणों का पता लगा रहे हैं। हम मोटे तौर पर आपको बताते हैं कि आखिर अखिलेश यादव सरकार बनाने में नाकामयाब क्यों रहे? उत्तर प्रदेश के 30 जिलों में अखिलेश यादव का खाता ही नहीं खुल पाया है। दो मंडल भी ऐसे हैं, जिनमें समाजवादी पार्टी को कोई सीट नहीं मिली है। मिर्जापुर और गोरखपुर मंडल में सपा का कोई उम्मीदवार नहीं जीत पाया। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के निवासी हैं। जिसकी वजह से सपा को पूरे मंडल में नाकामयाबी हाथ आई है। मिर्जापुर मंडल वाराणसी के नजदीक है। वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसद हैं। लिहाजा, मिर्जापुर में भी समाजवादी पार्टी के खाली हाथ रह गए। वाराणसी मंडल के जिलों में भी समाजवादी पार्टी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है।
इन 30 जिलों में सपा शून्य पर सिमटी
गौतमबुद्ध नगर
बुलंदशहर
मथुरा
आगरा
अलीगढ़
एटा
पीलीभीत
शाहजहांपुर
लखीमपुर
खीरी
हरदोई
उन्नाव
फर्रुखाबाद
कन्नौज
कानपुर
देहात
झांसी
ललितपुर
हमीरपुर
महोबा
गोंडा
संत कबीर नगर
महाराजगंज
गोरखपुर
कुशीनगर
देवरिया
वाराणसी
भदोही
मिर्जापुर
सोनभद्र
भाजपा को 6 जिलों में कोई सीट नहीं मिली
उत्तर प्रदेश के 6 जिले ऐसे हैं जिनमें भारतीय जनता पार्टी को कोई सीट नहीं मिली है। यह जिले शामली, कौशांबी, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर हैं।