Lucknow : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है। इसके साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं को निर्देश देते हुए कहा कि आज से, अभी से हर युवा, हर मतदाता अगले 3 दिन तक मत की रक्षा के लिए मतगणना केंद्र की किलेबंदी कर दे और ढोल-मंजीरा लेकर आजादी के अफसाने गाए। क्योंकि यह लोकतंत्र के खतरे का समय है। अखिलेश ने कहा "किसानों की तरह उनके लिए भी लोकतंत्र के लंगर लगेंगे और दुनिया देखेगी लोकतंत्र को कैसे बचाया जाता है।"
"हर विधानसभा में चौकन्ना रहने की जरूरत"
अखिलेश यादव ने आगे कहा, "राजनीति बाहुबल के आगे जनबल झुकेगा नहीं।" अखिलेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि लखनऊ से बड़े अफसर फोन करके दबाव बना रहे है। ये एक्जिट पोल इसीलिए आए है। उन्होने कहा कि कई जगह ईवीएम पकड़ी गई है। ऐसे में हर विधानसभा में चौकन्ना रहने की जरुरत है। अखिलेश ने डीएम वाराणसी पर कार्रवाई करने की मांग की है। वाराणसी, बरेली और सोनभद्र में ईवीएम और बैलेट पेपर गायब करने का आरोप लगाते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ये उसी दिन घबरा गए जिस दिन अखबरों में आया कि कहीं पार्क की सफाई हो रही है, कहीं घर की सफाई हो रही है। जमीन पर बीजेपी के खिलाफ गुस्सा है।
"यह लोकतंत्र की आखिरी लड़ाई"
अखिलेश यादव ने एग्जिट पोल्स में बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी को लेकर कहा, "एग्जिट पोल से परेसेप्शन क्रिएट करना चाहते हैं कि बीजेपी जीत रही है। ताकि चोरी भी करें तो पता ना लगे कि चोरी हुई है। यदि हमने वोट दिया है तो मैं नौजवानों, किसानों और आम लोगों से कहूंगा कि हमारी जिम्मेदारी है कि वोट को बचाएं। वोट नहीं गिना जाएगा तो लोकतंत्र कहां जाएगा। यह लोकतंत्र की आखिरी लड़ाई है। इसके बाद तो जनता को क्रांति करनी पड़ेगी। तभी बदलाव आएगा।"