Lucknow News : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को नवनिर्वाचित 111 विधायकों के साथ बैठक की। लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित इस बैठक में विधानसभा चुनाव में हुई हार को लेकर भी चर्चा की गई। वहीं, 2022 के चुनाव में मिली हार के बाद अखिलेश अब दोबारा यूपी में अपनी जमीन तलाशने में जुट गए हैं। उन्होंने जनता के मुद्दों पर संघर्ष करने का फैसला किया है।अखिलेश ने ट्वीट करते हुए कहा कि संकल्प ले रहे हैं कि सपा के ‘एक सौ ग्यारह’ विधायकों का जनता के मुद्दों पर संघर्ष करना ही लक्ष्य है।
अखिलेश को चुना गया विधायक दल का नेता
सपा विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में अखिलेश यादव को विधायक दल का नेता चुना गया है। बता दें बीते दिनों संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव, करहल विधानसभा से विधायक चुने गए हैं। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने 28 मार्च को हमारे सहयोगी दलों के नेताओं, राष्ट्रीय अध्यक्षों और विधायकों को आमंत्रित किया है। उस दिन सबके साथ मिलकर सदन की कार्यवाही पर चर्चा की जाएगी। सदन में सार्वजनिक मुद्दों को कैसे उठाया जाएगा, इस पर भी चर्चा होगी।
बीजेपी ने तोड़ा 37 साल का रिकॉर्ड
गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने पूर्ण बहुमत से जीत दर्ज कर 37 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बीजेपी अपने सहयोगी दलों के साथ 273 सीटों पर जीत हासिल की है। इसके बाद बीते शुक्रवार को लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम में योगी सरकार का शपथ ग्रहण हुआ था। जिसमें योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री के रूप में 52 मंत्रियों के साथ शपथ ली। वहीं सपा अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर 125 सीटों पर ही सिमट कर रह गई। माना जा रहा है कि अब अखिलेश यादव आगे के राजनीतिक सफर को जनता के बीच रहकर व उनके मुद्दों की आवाज उठाकर अपने लिए जमीन तलाशने का काम करेंगे।