जेल के बैरक नंबर-16 में कटेगी मुख्तार की जिंदगी, इस बार नहीं चलेगी 'मुख्तारी'

बांदा: जेल के बैरक नंबर-16 में कटेगी मुख्तार की जिंदगी, इस बार नहीं चलेगी 'मुख्तारी'

जेल के बैरक नंबर-16 में कटेगी मुख्तार की जिंदगी, इस बार नहीं चलेगी 'मुख्तारी'

Google Image | Mukhtar Ansari

  • बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को बांदा जेल की बैरक नंबर-16 में रखा गया है
  • पहले भी यूपी का माफिया डॉन (Mafia Don) मुख्तार अंसारी बांदा जेल में लंबा वक्त गुजार चुका है
  • मुख्तार को कारावास (Jail) में आम कैदियों जैसे ही सुविधाएं मिलेंगी
  • इससे पहले साल 2017 में मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में शिफ्ट किया गया था
पंजाब के रोपड़ जेल से यूपी के बांदा कारवास (Banda District Jail) पहुंचे मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के लिए इस बार परिस्थितियां जुदा-जुदा रहेंगी। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को बांदा जेल की बैरक नंबर-16 में रखा गया है। इससे पहले भी यूपी का माफिया डॉन (Mafia Don) मुख्तार अंसारी बांदा जेल में लंबा वक्त गुजार चुका है। तब जेल में विधायक के लिए दरबार लगता था। आम कैदी उसकी सजदा करते थे। लेकिन इस बार निजाम दूसरा है। इस वजह से परिणाम भी अलग है। मुख्तार को कारावास (Jail) में आम कैदियों जैसे ही सुविधाएं मिलेंगी। बांदा लाने के बाद मुख्तार अंसारी का मेडिकल परीक्षण (Medical Check-up) करा दिया गया है और वह बिल्कुल स्वस्थ पाया गया है। पंजाब जेल में अंसारी का कोरोना वायरस का टेस्ट नहीं कराया गया था। इसलिए बांदा जेल में कोरोना संक्रमण के परीक्षण (Covid-19 test) की भी व्यवस्था की गई है।

पहले बैरक नंबर-15 में रखा गया था
इससे पहले साल 2017 में मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में शिफ्ट किया गया था। तब उन्हें बैरक नंबर 15 में रखा गया था। इस बार भी उन्हें यही बैरक एलॉट की गई है। लेकिन वो साल दूसरा था, ये साल दूसरा है। उत्तर प्रदेश में सरकार बदली तो जेल में जीवन के तौर-तरीके भी बदले। मुख्तार को भी इस बार पहले जैसी कोई सुविधा नहीं मिलेगी। हालांकि मुख्तार अंसारी को जेल में जीवन बिताने का लंबा अनुभव है। उनकी जिंदगी का काफी वक्त कारावास में ही गुजरा है। मगर इस बार उन्हें जेल की जिंदगी नीरस लगेगी। पहले इसी जेल के बैरक नंबर 15 में मुख्तार ‘मुख्तारी’ करते थे। छोटे अपराधों में जेल पहुंचे कैदी बाहुबली विधायक के सामने जाने से भी डरते थे। 

जेल से ही संचालित होता था कारोबार
मुख्तार अंसारी को जेल में ही राजनीतिक अपराधी की तरह सुविधाएं दी जाती थीं। वह अपने काले कारोबार (Illegal Business) को कारावास के अंदर से ही आगे बढ़ाता था। लेकिन इस बार उन्हें आपराधिक मामले (Criminal Charges) में जेल भेजा गया है। इसलिए उनके साथ वैसा ही सलूक किया जाएगा। इसीलिए सारी विशेष सुविधाएं नदारद हैं, जिनका उपभोग मुख्तार यहां करते आए हैं। पहले बाहुबली विधायक ने जेल में एसी (AC) और निजी जेनरेटर (Personal Generator) लगा रखा था। लेकिन इस बार मुख्तार को कोई सहूलियत नहीं दी जाएगी। पहली बार अंसारी कानून के सामने लाचार नज़र आ रहे हैं।

 
अनिल दुजाना, राजा भैया और अतीक अहमद काट चुके हैं सजा
बांदा जिला जेल में मुख्तार अंसारी के अलावा भी कई बड़े डॉन और बाहुबली सजा काट चुके हैं। इनमें राजा भैया (Raghuraj Pratap Singh) और अतीक अहमद (Atique Ahmed) शामिल हैं। उनके अलावा शीलू बलात्कार कांड का आरोपी नरैनी से बसपा विधायक पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी और गौतमबुद्ध नगर का कुख्यात गैंगस्टर अनिज दुजाना (Anil Dujana) भी बांदा जेल में बंद रहा।
 
सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ाई गई 
मुख्ताार अंसारी की वापसी की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से ही बांदा जेल में सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है। जेल में आने वाले सभी लोगों की अच्छी तरह तलाशी ली जाएगी। बिना जांच-पड़ताल के जेल स्टॉमफ को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जेल में आने-जाने वाले सभी लोगों का रिकॉर्ड रखा जाएगा। जेल के बाहर अतिरिक्त  पुलिस बलों की तैनाती की गई है। हर संदिग्ध व्यक्ति की तलाशी ली जाएगी।

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