भाजपा बोली- विपक्ष शव में भी तलाश रहा मुद्दा, कांग्रेस-सपा ने साधा निशाना

झंडे पर सियासत : भाजपा बोली- विपक्ष शव में भी तलाश रहा मुद्दा, कांग्रेस-सपा ने साधा निशाना

भाजपा बोली- विपक्ष शव में भी तलाश रहा मुद्दा, कांग्रेस-सपा ने साधा निशाना

Tricity Today | झंडे पर सियासत

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के श्रद्धांजलि समारोह की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। बीजेपी की तरफ से ट्वीट की गई इस तस्वीर में तिरंगे में लिपटा पूर्व मुख्यमंत्री का शव है। इस तस्वीर के आधे हिस्से में शव पर बीजेपी का झंडा दिखाई दे रहा है। इस तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग रिएक्शन देखने को मिल रहे हैं। वहीं विरोधी पार्टियां कल्याण सिंह के निधन पर संवेन्दना तो प्रकट कर रही हैं। लेकिन साथ ही साथ बीजेपी पर जमकर निशाना भी साध रही हैं। सपा प्रवक्ता जूही सिंह ने बीजेपी की सोंच पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगाया, तो वहीं कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन ने भी भाजपा को गाइडलाइन का पालन करने की सलाह दी है। 

शव में तलाश रहे मुद्दा
बीजेपी प्रवक्ता अमित पुरी ने कहा कि मुझे लगता है कि किसी भी राजनेता या किसी भी व्यक्ति के निधन के उपरांत विवाद की परिस्थितियां उत्पन्न नहीं की जानी चाहिए। मुद्दा विहीन विपक्ष शव में भी मुद्दा तलाशने का प्रयास न करें।
बीजेपी की सोच पर बड़ा प्रश्नचिन्ह

बीजेपी की सोच पर बड़ा प्रश्नचिन्ह
समाजवादी महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह ने कहा कि किसी भी दल का ध्वज राष्ट्रीय ध्वज से ऊपर तो नहीं हो सकता है। वर्तमान सरकार को अगर ये लगता है कि दल का ध्वज राष्ट्र से ऊपर है तो यह उनकी सोंच पर बड़ा प्रश्न चिन्ह है, अपनी सुविधा अनुसार चीजों को बदला नहीं जा सकता। राष्ट्रीय ध्वज को आप किसी की इच्छा के लिए किसी और चीज से कवर कर देंगे। अगर राष्ट्रीय ध्वज संहिता को बीजेपी नहीं मानती है तो भारतीय जनता पार्टी संविधान भी बदल सकती है। 

बीजेपी को गाइडलाइन्स का ध्यान रखना चाहिए
कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन ने कहा कि कल्याण सिंह को अपनी पार्टी की ओर से शोक संवेन्दना व्यक्त करता हूँ। आज उनके अंतिम संस्कार के दिन इस समय हमें राजनीति नहीं करनी चाहिए। संवेदना दिखाते हुए दिल से बात करनी चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के ऊपर बीजेपी का झंडा रखने के प्रश्न पर नसीमुद्दीन ने कहा कि अगर गाइड लाइन के अनुरूप नहीं है तो बीजेपी को ध्यान रखना चाहिए। गाइडलाइन का उलंघन करना गलत बात है। 

ये कहती है राष्ट्रीय ध्वज संहिता
भारतीय झंडा संहिता 2002 को तीन भागों में बांटा गया है। झंडा संहिता भाग III की धारा IV के अनुसार किसी दूसरे झंडे या पताका को राष्ट्रीय झंडे से ऊंचा या ऊपर नहीं लगाया जाएगा। किसी अन्य झंडे को राष्ट्रीय झंडे के बराबर भी नहीं रखा जाएगा, न ही कोई दूसरी वस्तु उस ध्वज दंड के ऊपर रखी जाएगी, जिस पर झंडा फहराया जाएगा। इन वस्तुओं में फूल अथवा मालाएं व प्रतीक भी शामिल है। इस आधार पर तिरंगे के ऊपर किसी भी ध्वज का रखा जाना संहिता के अनुसार ठीक नहीं है।

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