उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने शुक्रवार को पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान कहा कि संगठन में शामिल किसी भी नेता को टिकट देने पर विचार नहीं किया जाएगा। पार्टी के पदाधिकारी चुनाव नहीं लड़ेंगे। शुक्रवार को गाजियाबाद में भारतीय जनता पार्टी पश्चिमी क्षेत्र बैठक हुई है। जिसमें सभी जिलाध्यक्ष, क्षेत्रीय और प्रदेश पदाधिकारी शामिल हुए।
भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। शुक्रवार को वेस्ट यूपी बीजेपी की बैठक गाजियाबाद में हुई। प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने क्षेत्रीय बैठक को संबोधित किया। बैठक में क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह नागर, पंकज सिंह और क्षेत्र प्रभारी प्रदेश महामंत्री जेपीएस राठौर मुख्य रूप से शामिल हुए।
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी पश्चिम उत्तर प्रदेश को लेकर खास रणनीति तैयार कर रही है। जिसके तहत पार्टी मौजूदा सीटों पर कामयाबी दोहराने के अलावा इस इलाके में 'स्ट्राइक रेट' बढ़ाना चाहती है। दरअसल, पश्चिम उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन चल रहा है। दूसरी ओर विपक्ष दावा कर रहा है कि भाजपा से जाट समुदाय नाराज है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के संगठन की पुरजोर कोशिश है कि विशेष रणनीति बनाकर सफलता को दोहराया जाए। जिससे विपक्ष को करारा जवाब दिया जा सके। आने वाले दिनों में भारतीय जनता पार्टी वेस्ट यूपी में बड़ा अभियान छेड़ने वाली है। इसी को लेकर गाजियाबाद में सुनील बंसल की मौजूदगी में बड़ी रणनीति बनाई गई है।
वेस्ट यूपी के 14 जिलों में 71 विधानसभा सीट हैं। इनमें से 50 सीट भाजपा के पास हैं। भारतीय जनता पार्टी का लक्ष्य आने वाले विधानसभा चुनाव में 50 से ज्यादा सीट जीतना है। शुक्रवार को गाजियाबाद में हुई बैठक में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी 19 जिला और महानगर अध्यक्ष शामिल हुए। इस बैठक में पश्चिमी उत्तर प्रदेश भाजपा की कार्यकारिणी के सारे पदाधिकारी और उत्तर प्रदेश भाजपा में पश्चिम से शामिल पदाधिकारी हाजिर रहे। संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने तय की गई रणनीति के बारे में सभी को बताया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि पार्टी के संगठन में किसी भी स्तर पर काम कर रहा पदाधिकारी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगा। लिहाजा, खुद ही कोई पदाधिकारी टिकट मांगने के लिए दावेदारी ना करें तो बेहतर रहेगा। पार्टी पदाधिकारियों को टिकट नहीं देगी।
सुनील बंसल ने संगठन को साफ तौर पर संदेश दिया है कि पूरा फोकस चुनाव लड़ने और हर हालत में जीत हासिल करने पर रखें। टिकट मांगने के लिए बिना वजह भाग दौड़ करके अपनी क्षमता और शक्ति को बर्बाद नहीं करें। इससे यह बात पूरी तरह साफ हो गई है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों को सामान्य रूप से उम्मीदवार नहीं बनाया जाएगा।