ब्लैक फंगस ने दी दस्तक, कोरोना के 7 मरीज चपेट में आए

बागपत BREAKING : ब्लैक फंगस ने दी दस्तक, कोरोना के 7 मरीज चपेट में आए

ब्लैक फंगस ने दी दस्तक, कोरोना के 7 मरीज चपेट में आए

Tricity Today | ब्लैक फंगस ने दी दस्तक

बागपत में भी ब्लैक फंगस ने दस्तक दे दी है। जिले के 7 कोरोना मरीजों में ब्लैक फंगस का भी संक्रमण मिलने से हड़कंप मच गया है। जनपद के अलग-अलग गांवों और कस्बों से ब्लैक फंगस के केस सामने आए हैं। इन सात मरीजों को मेरठ के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि सभी मरीजों की आंखों में परेशानी हो रही है। विशेषज्ञों और डॉक्टरों ने अपील की है कि सभी लोग एतिहात बरतें। लापरवाही नहीं करें। डिप्टी सीएमओ डॉ.यशवीर सिंह ने इन मामलों की पुष्टि की है।

आपको बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का इलाज करने के लिए एस्ट्रॉयड का उपयोग किया जा रहा है। इसकी वजह से ब्लैक फंगस सक्रिय हो गया है। ब्लैक फंगस का संक्रमण होने के बाद मरीज के आंखों की रोशनी चली जाती है। नाक, गले, फेफड़े और श्वास नली में यह फंगस संक्रमण पैदा करता है। इसकी वजह से पीड़ित मरीज की आंखें धंस जाती हैं। चेहरा सिकुड़ जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोनावायरस के साथ इसकी चपेट में आना जानलेवा साबित हो रहा है। आपको यह भी बता दें कि दिल्ली के भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक ने कोरोना के हल्के लक्षणों का इलाज करने के लिए एस्टेरॉयड का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी है।

यह फंगस किन लोगों को प्रभावित कर सकता है : म्यूकोर्मिकोसिस Mucormycetes नामक मोल्ड्स के एक समूह के कारण होता है, जो पूरे प्राकृतिक वातावरण में पाए जाते हैं। यह अक्सर साइनस, फेफड़े, त्वचा और मस्तिष्क को प्रभावित करता है। यह मुख्य रूप से उन लोगों को प्रभावित करता है, जो अन्य बीमारियों के लिए दवा ले रहे हैं। विशेष रूप से मधुमेह पर्यावरणीय रोगजनकों से लड़ने की क्षमता को कम करती हैं। इससे पीड़ित व्यक्तियों के साइनस या फेफड़ों में हवा के साथ फंगल बीजाणु अंदर चले जाते हैं। ये बीजाणु प्रभावित करते हैं। चेतावनी के संकेतों में बुखार, सिरदर्द, खांसी, सांस फूलना, खून की उल्टी और बदली हुई मानसिक स्थिति शामिल हैं। महाराष्ट्र में इस बीमारी के 2,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।

यह कोविड-19 रोगियों को क्यों प्रभावित कर रहा है : अनियंत्रित मधुमेह वाले मरीजों को वैसे भी कोविड -19 के संक्रमण का अधिक खतरा होता है। जब इन लोगों को संक्रमण होता है तो उन्हें स्टेरॉयड देकर इलाज किया जाता है। स्टेरॉयड आगे शारीरिक प्रतिरक्षा से समझौता करता है। भारत में डॉक्टरों का मानना ​​है कि स्टेरॉयड कोविड-19 से गंभीर रूप से बीमार रोगियों के लिए जीवन रक्षक के रूप उपयोग किए जा रहे हैं। स्टेरॉयड म्यूकोर्मिकोसिस के लिए एक ट्रिगर साबित हो सकते हैं। वैसे स्टेरॉयड फेफड़ों में सूजन को कम करने में मदद करते हैं, लेकिन प्रतिरक्षा को कम कर सकते हैं। मधुमेह रोगियों और गैर-मधुमेह कोविड-19 रोगियों, दोनों में समान रूप से रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकते हैं। लंबे समय तक आईसीयू में रहने वाले मरीजों को भी म्यूकोर्मिकोसिस का खतरा अधिक होता है।

ब्लैक फंगस से पनपे रोग के लक्षण क्या हैं : आईसीएमआर के मुताबिक ब्लैक फंगस से पनपे रोग के लक्षण साइनसाइटिस (नाक में रुकावट या कंजेशन), नाक में कालापन, रक्त निर्वहन और गाल की हड्डी पर दर्द होते हैं। अन्य लक्षणों में चेहरे के एक तरफ दर्द, स्तब्ध हो जाना या सूजन, नाक और तालु के पुल पर कालापन होना, दांतों का ढीला पड़ना, दर्द, बुखार, त्वचा का घाव, रक्त का थक्का और सीने में दर्द के साथ धुंधलापन या दोहरी दृष्टि इसके लक्षण हैं। रोगी की आंखें भीतर को धंस जाती हैं।

मरीज क्या सावधानियां बरत सकते हैं
  1. कोविड -19 रोगियों को अपने रक्त शर्करा के स्तर की नियमित रूप से निगरानी करके हाइपरग्लाइसेमिया को नियंत्रित करना चाहिए।
  2. मधुमेह रोगियों को अपने रक्त शर्करा के स्तर की निगरानी भी करनी चाहिए। 
  3. डॉक्टरों को एंटीबायोटिक्स, एंटीफंगल और स्टेरॉयड का इस्तेमाल विवेकपूर्ण तरीके से करने की सलाह दी गई है। 
  4. अस्पतालों को ऑक्सीजन थेरेपी के दौरान ह्यूमिडिफायर के लिए स्वच्छ पानी का उपयोग करना चाहिए। 
  5. डॉक्टरों को चेतावनी दी गई है कि वे संकेतों और लक्षणों को याद करें और उपचार शुरू करने के लिए महत्वपूर्ण समय न गंवाएं। धूल वाले स्थलों पर मास्क का उपयोग करें।
बागपत में कोरोना अपडेट : आपको बता दें कि बागपत में इस समय कोरोना संक्रमण के 1373 एक्टिव मामले है। बागपत जिले में रविवार (23 मई 2021) को कोरोना संक्रमण के 91 नए मामले दर्ज किए गए और 209 मरीज कोरोना संक्रमण से ठीक हो कर अपने घर लौटे हैं। बागपत में जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण पर काबू पा लिया है। रविवार को कुल एक व्यक्ति की मौत कोरोना संक्रमण से हुई थी। अभी तक बागपत जिले में 131 लोगों की जान कोरोना संक्रमण के कारण जा चुकी है।

 

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