यूपी डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत राजधानी लखनऊ में ब्रह्मोस के नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल का उत्पादन होगा
मिसाइल के उत्पादन के लिए लगभग 200 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी
परियोजना को पूर्ण करने के लिए लगभग 300 करोड़ रुपये की धनराशि का निवेश होगा
सब-सिस्टम के निर्माण से जुड़ी 200 से अधिक औद्योगिक इकाइयां भी परियोजना के निकट स्थापित होंगी
Uttar Pradesh: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य से विकास के पथ पर अग्रसर है। राज्य सरकार की नीतियों का असर है कि सूबे में ब्रह्मोस मिसाइल बनाने की कवायद शुरू हुई है। ब्रह्मोस एरोस्पेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबन्ध निदेशक ने मंगलवार को सीएम से भेंट कर इस प्रोजेक्ट के बारे में चर्चा की। यूपी डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत राजधानी लखनऊ में ब्रह्मोस के नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल के उत्पादन की योजना के बारे में उन्हें अवगत कराया। सीएम आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश सरकार इस परियोजना के लिए राजधानी में आवश्यक भूमि सहित अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। इस परियोजना के माध्यम से लगभग 500 अभियन्ताओं एवं तकनीशियनों को प्रत्यक्ष रूप से तथा 5,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा।
लखनऊ में भूमि सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराएगी सरकार
एन्सिलरी यूनिट्स की स्थापना से लगभग 10,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मंगलवार को उनके सरकारी आवास पर ब्रह्मोस एरोस्पेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबन्ध निदेशक डॉ सुधीर कुमार मिश्रा ने भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री को ब्रह्मोस परियोजना की वर्तमान गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत लखनऊ में ब्रह्मोस के नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल के उत्पादन की योजना है। सीएम ने डीआरडीओ, रक्षा मंत्रालय की इस पहल का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस परियोजना के लिए लखनऊ में आवश्यक भूमि सहित अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
तीन महीने में शुरू होगा सिविल कार्य
बताते चलें कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को डीआरडीओ भारत सरकार तथा एनपीओएम, रूस सरकार के संयुक्त उपक्रम ब्रह्मोस एरोस्पेस द्वारा परिकल्पित, विकसित एवं उत्पादित किया जा रहा है। वर्तमान में भारतीय थल, जल एवं वायु सेना द्वारा इसका उपयोग किया जा रहा है। ब्रह्मोस के नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल के उत्पादन के लिए लगभग 200 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी। इस परियोजना को पूर्ण करने के लिए लगभग 300 करोड़ रुपये की धनराशि का निवेश होगा। भूमि उपलब्ध होने के पश्चात 3 माह के अन्दर सिविल निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा। इस परियोजना के माध्यम से लगभग 500 अभियन्ताओं एवं तकनीशियनों को प्रत्यक्ष रूप से तथा 5,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा।
200 से अधिक औद्योगिक इकाइयां स्थापित होंगी
ब्रह्मोस के नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल के उत्पादन की योजना के लिए एन्सिलरी यूनिट्स भी स्थापित होंगी। इनके माध्यम से लगभग 10,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण होने से उत्तर प्रदेश देश का एरोस्पेस और डिफेंस हब बनने की ओर तेजी से अग्रसर होगा। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में लखनऊ वैश्विक मानचित्र पर स्थापित होगा। इस परियोजना से डिफेंस कॉरिडोर को गति मिलेगी। ब्रह्मोस मिसाइल के विभिन्न सिस्टम तथा सब-सिस्टम के निर्माण से जुड़ी 200 से अधिक औद्योगिक इकाइयां भी परियोजना के निकट अपनी उत्पादन इकाइयां स्थापित करने की ओर अग्रसर होंगी। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव गृह एवं यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद तथा जिलाधिकारी लखनऊ अभिषेक प्रकाश उपस्थित थे।