मेयर उम्मीदवारों की सूची देखकर लोगों ने दीं कुछ ऐसी प्रतिक्रियाएं

बसपा बनी वोट कटवा पार्टी : मेयर उम्मीदवारों की सूची देखकर लोगों ने दीं कुछ ऐसी प्रतिक्रियाएं

मेयर उम्मीदवारों की सूची देखकर लोगों ने दीं कुछ ऐसी प्रतिक्रियाएं

Google Image | Mayawati

West Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में लड़ाई दिलचस्प होती जा रही है। बहुजन समाज पार्टी ने दूसरे चरण के लिए नामांकन के अंतिम दिन 7 नगर निगम में महापौर उम्मीदवार घोषित किए हैं। खास बात यह है कि बहुजन समाज पार्टी ने एक उम्मीदवार दलित, एक पिछड़ा और 5 मुसलमान मैदान में उतारे हैं। 

समाजवादी पार्टी को होगा नुकसान
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि बसपा की यह लिस्ट एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के लिए किसी वरदान से कम नहीं है तो दूसरी ओर समाजवादी पार्टी की राह में कांटे बिछा दिए हैं। बसपा के सारे उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के वोट बैंक में सेंधमारी करेंगे। जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को मुकाबला जीतने में आसानी रहेगी। ऊपर से बसपा ने ऐन वक्त पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। जिससे समाजवादी पार्टी शतरंज की बिसात पर अपने मोहरों बदल भी नहीं पाएगी।

बसपा के ये उम्मीदवार भाजपा के लिए वरदान
बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मेवा लाल गौतम ने सोमवार की सुबह 7 महापौर उम्मीदवारों की घोषणा की है। इनमें कानपुर नगर निगम से अर्चना निषाद को उम्मीदवार घोषित किया गया है। कानपुर नगर निगम से भारतीय जनता पार्टी ने प्रमिला पांडे को एक बार फिर मेयर पद का उम्मीदवार घोषित किया है। मेरठ नगर निगम से बसपा के टिकट पर हसमत अली चुनाव लड़ेंगे। शाहजहांपुर में शगुफ्ता अंजुम बसपा की उम्मीदवार बनी है। अयोध्या नगर निगम से राममूर्ति यादव को बहन जी ने टिकट दिया है। गाजियाबाद नगर निगम से मेयर पद की प्रत्याशी सारा खान बनाई गई है। अलीगढ़ नगर निगम से सलमान शाहिद को टिकट सौंपा गया है। बरेली नगर निगम से भी बहुजन समाज पार्टी ने मुस्लिम चेहरे पर दांव लगाया है, यहां से युसूफ खान को टिकट दिया गया है।

"बी टीम का नाम ऐसे ही थोड़े मिला"
बहुजन समाज पार्टी की इस लिस्ट पर वरिष्ठ पत्रकार ममता त्रिपाठी ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, "निकाय चुनाव अब दिलचस्प मोड़ ले रहा है। बहन जी ने अपने 7 महापौर प्रत्याशी की सूची जारी कर दी। समाजवादी पार्टी को परेशान करने और भाजपा को खुश होने जैसी तस्वीर से निकल कर सामने आ रही है। धर्मेंद्र सिंह नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा है, "बी टीम का नाम ऐसे ही थोड़े मिला है। अभी 24 में जीरो-जीरो हो जाएंगे। फिर तब देखेंगे।" 

"अब बहुजन समाज पार्टी वोट कटवा"
एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा, "बहुजन समाज पार्टी वोट कटवा कर पात्र निभाने और भारतीय जनता पार्टी को मदद करने के लिए फिर मैदान में आ गई है। मायावती बिक गई है। उसे बीजेपी ने खरीद लिया है या गुलाम बना लिया है। मुसलमान प्रत्याशियों से टिकट के बदले मोटा माल भी कमा लिया। पांचों उंगलियां घी में और मुंह कढ़ाई में है।" कुल मिलाकर साफ है कि बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी के यादव निषाद और अल्पसंख्यक वोट बैंक में सेंधमारी करने की कोशिश करेगी। जिसका सीधा फायदा भारतीय जनता पार्टी को मिलेगा।

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