स्कूली बच्चों की जान बचाना बस ड्राइवर को पड़ा भारी, लोगों ने बेहरमी से पीटा, अस्पताल में मौत

सहारनपुर मे दर्दनाक घटना : स्कूली बच्चों की जान बचाना बस ड्राइवर को पड़ा भारी, लोगों ने बेहरमी से पीटा, अस्पताल में मौत

स्कूली बच्चों की जान बचाना बस ड्राइवर को पड़ा भारी, लोगों ने बेहरमी से पीटा, अस्पताल में मौत

Google Image | स्कूली बच्चो की जान बचाना पड़ा भारी, गुस्साई भीड़ ने ले ली जान

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से एक दर्दनाक घटना हुई है। एक बस ड्राइवर को स्कूली बच्चों की जान बचाना भरी पड़ गया। वहां खड़ी भीड़ ने ड्राइवर की बेहरमी से पिटाई कर दी। इस हादसे में देर रात को इलाज के दौरान अस्पताल में ड्राइवर की मौत हो गई। 

क्या है पूरा मामला
दरअसल, मंगलवार को रेनबो स्कूल की  छुट्टी के बाद बस बच्चों को लेकर स्कूल से निकली। बस में 2 दर्जन से ज्यादा बच्चें सवार थे। जब बस सहारनपुर के कोर्ट रोड पुल पर पहुंची तो अचानक खराब हो गई। समय रहते समय और बच्चों की जान को बचाने के लिए हरपाल ने समझदारी दिखाई। उसने सभी बच्चों को दूसरी बस में बैठा दिया। बस पुल के ढ़लान पर खड़ी थी। उसी दौरान बस के ब्रेक अचानक फैल हो गए और बस पीछे की ओर भागने लगी। जो सड़क किनारे खड़े दोपहिया वाहनों से टकराकर आखिर में बिजली के खंबे से जा टकराई। 

लोगों ने की जमकर मारपीट
वहीं, आसपास खड़े लोगो ने इधर-उधर भागकर अपनी जान बचाई। इस घटना में मौके पर खड़े लोगों और दुकानदारों ने ड्राइवर की जमकर पिटाई कर दी, लेकिन मौके पर पुलिस मूकदर्शक बनकर देखती रहीं। जिसके बाद पुलिस ने बस चालक हरपाल और बस को कब्जे में ले लिया। दोनों को थाने में लेकर पहुंची।

अस्पताल में तोड़ा दम
पुलिस ने थाने में पहुंचकर हरपाल के परिवार वालों को बुलाया। जिसके बाद उसके परिजन हरपाल को घर ले गए। परिजनों ने बताया कि समय हरपाल की हालत बहुत खराब थी। उसे पीट-पीटकर अधमरा किया हुआ था। उसके परिजनों ने अस्पताल में एडमिट करवाया। जहां पर इलाज के दौरान हरपाल ने देर रात को दम तोड़ दिया है।

स्कूल, दुकादारों और पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज
 
ड्राईवर हरपाल की पत्नी ने स्कूल प्रिंसिपल, थाना सदर बाजार पुलिस, बस कंपनी और दुकानदारों के खिलाफ भारतीय दण्ड सहिता धारा 147, 302, 120, 323 एससी एसटी के तहत मुकदमा पंजीकृत करवाया हैं।

एसएसपी का बयान
इस मामले में सहारनपुर के एसएसपी विपिन ताडा का कहना है कि मृतक ड्राइवर का पोस्टमॉर्टम कराया है। उसकी रिपोर्ट के आधार पर जो साक्ष्य होंगे, उसके आधार पर कारवाई की जाएगी। परिवार वालों ने कई लोगो पर आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। जिसके आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है और जांच कराई जा रही है।

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