Tricity Today | योगी आदित्यनाथ नोएडा के दौरे के समय (File Photo)
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेज़ी से बढ़ा भी है और तेजी से धीरे धीरे कम भी हो रहा है। इस बीच अलग अलग राज्यों में कोरोना वैक्सीन की सुविधा भी आम जनता को प्रदान की जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार कोरोना को ले कर लोगो की हर प्रकार से मदद कर रही है। फिलहाल अभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना टीकाकरण के संबंध में उच्चस्तरीय समिति को निर्देश देते हुए कहा कि जिन अभिभावकों के बच्चे 12 साल से कम ऐज के हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनका टीकाकरण पहले प्राथमिकता के साथ किया जाना जरूरी है। इस संबंध में विधिवत कार्ययोजना बनाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर जिले में अभिभावक स्पेशल बूथ बनाए जाएं। अभिभावकों से संपर्क कर उन्हें टीकाकरण के लिए बुलाया जाए। यह अभिभावक के साथ-साथ बच्चों की सुरक्षा के लिए उपयोगी होगा। इसे अभियान के रूप में चलाया जाना चाहिए ये एक सकारात्मक अभियान होगा।
अभी कोरोना वायरस की तीसरी लहर में छोटे बच्चों पर खतरे की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में सरकार की तरफ से लगातार इस ओर ध्यान दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने तय किया है कि जिन अभिभावकों के बच्चे छोटे हैं उन्हें टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी जिलों में अभिभावक स्पेशल बूथ बनाने का भी निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सर्वाधिक टीकाकरण करने वाला राज्य है। 18 से 44 साल के दस लाख लोगों को टीका लग चुका है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अभी फिलहाल उत्तर प्रदेश में 23 जिलों में 18 से 44 साल के लोगों का वैक्सीनेशन हो रहा है। अब एक जून से सभी जिलों में 18 से 44 साल के लोगों को टीका लगाया जाएगा। और उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि टीकाकरण कार्यक्रम तय करते समय वैक्सीन की उपलब्धता का ध्यान रखें ताकि वैक्सीन कम न पड़े। भारत सरकार दोनों टीका निर्माता कंपनियों से बात करते रहें। मांग-आपूर्ति में संतुलन बनाते हुए गांवों में भी बूथ बनाए जाएं। उनका कहना है की उत्तर प्रदेश में शहर हो या गांव कोई भी इंसान वैक्सीन लगाने में छूटना नही चाहिए।