Cm Yogi Adityanath Gave 1100 Crores To 71 Thousand People For Treatment These Orders Were Given To The Officers As Soon As They Took Power Read Special News
मददगार सरकार : सीएम योगी आदित्यनाथ ने 71 हजार लोगों को इलाज के लिए दिए 1100 करोड़, सत्ता संभालते ही अफसरों को दिए थे ये आदेश, पढ़ें खास खबर
Uttar Pradesh : राजनीतिक नफा-नुकसान के चलते विपक्षी दल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की चाहें जो छवि पेश करें, मगर जनसेवा में उनका कोई सानी नहीं है। पिछले साढ़े चार साल के उनके कार्यकाल में इलाज के लिए जारी फंड से यह साबित होता है कि प्रदेश के लोगों को मदद पहुंचाने में वह बेहद सक्रिय रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनकी पूर्ववर्ती मायावती के मुकाबले मौजूदा सरकार ने इलाज के लिए कई गुना ज्यादा रकम निवासियों को दी है। वैसे तो सीएम योगी आदित्यनाथ को हिंदुत्व का कट्टर समर्थक और एक फायरब्रांड नेता के रूप में पेश किया जाता है। लेकिन इन आंकड़ों से उनकी सहृदयता का भी प्रमाण मिलता है।
71 हजार लोगों को 1100 करोड़ दिए
19 मार्च, 2017 से 7 सितंबर, 2021 तक के आंकड़ों पर गौर करते हैं। पिछले साढ़े चार साल में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से जरूरतमंद 71,626 लोगों को इलाज के लिए 1,129 करोड़ रुपये की राशि दी है। यह आंकड़ा समादवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में उनके पांच साल के कार्यकाल के दौरान दोगुने से अधिक है। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कार्यकाल (2007-12) के दौरान जारी किए गए 84 करोड़ रुपये से लगभग 13 गुना ज्यादा है। कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान और उसके बाद पिछले पांच महीनों (1 अप्रैल-31 अगस्त) में इस कोष से 6,618 लाभार्थियों को वित्तीय सहायता के रूप में लगभग 121 करोड़ रुपये प्रदान किए गए।
कोरोना काल में भी जारी रही मदद
राज्य सरकार के वरिष्ठ अफसरों का दावा है कि लगभग 24 करोड़ की आबादी वाले यूपी ने किसी भी अन्य राज्य की तुलना में महामारी से निपटने में बेहतर प्रदर्शन किया है। जीवन बचाना और लोगों को आजीविका के संसाधन-साधन उपलब्ध कराना योगी आदित्यनाथ सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता थी। इस साल अप्रैल में 781 लोगों को करीब 13.26 करोड़ रुपये की वित्तीय मदद दी गई। जबकि मई में लाभार्थियों की संख्या ज्यादा रही। मई में 943 लोगों को 17.20 करोड़ रुपये की मदद दी गई। इस साल जून में सरकार ने 1,376 लाभार्थियों को 24.85 करोड़ रुपये और जुलाई 2021 में 1,497 लोगों को 29.33 करोड़ रुपये प्रदान किए। इसी तरह, अगस्त में 2,021 लोगों को 36.44 करोड़ रुपये प्रदान किए गए।
पिछली सरकारों के मुकाबले कई गुना ज्यादा राशि दी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान सरकार ने अब तक जरूरतमंद मरीजों के इलाज के लिए 1,100 करोड़ रुपये से अधिक की मदद दी है। आंकड़ों के मुताबिक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में 42,508 लोगों को 552 करोड़ रुपये की मदद दी थी। जबकि मायावती सरकार ने लगभग 18,462 लोगों को 84 करोड़ की आर्थिक सहायत दी थी। इसके मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनकी पूर्ववर्ती मायावती के मुकाबले मौजूदा सरकार ने इलाज के लिए कई गुना ज्यादा रकम निवासियों को दी।
सत्ता संभालते ही दिये ये आदेश
मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि सत्ता में आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त आदेश दिए थे। उन्होंने कहा था कि पैसे के अभाव में इलाज की उम्मीद छोड़ चुके लोगों को मदद मुहैया कराई जाए। इससे सरकार ने न केवल हजारों लोगों की जान बचाई, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि उन्हें इलाज के लिए अपनी जमीन और संपत्ति नहीं बेचनी पड़े। सीएम ने कहा था कि हर सूबे में हर नागरिक के बेहतर स्वास्थ्य-शिक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। इसे मुहैया कराने में किसी तरह की चूक नहीं होनी चाहिए। निवासियों को संवैधानिक अधिकार देना मौजूदा सरकार की प्राथमिकता है। सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। इसमें अफसरशाही किसी तरह की ढिलाई न करे।
ये रहे वर्षवार आंकड़े
कार्यालय से जारी वार्षिक आंकड़ें बताते हैं कि हर साल सरकार ने और लोगों की मदद की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने विवेकाधीन कोष से साल 2017-18 में 184.63 करोड़ रुपये से 13,228 लोगों की मदद की। वर्ष 2018-19 में, 17,772 से अधिक लोगों को 256.34 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी गई। जबकि साल 2019-20 में 18,014 लोगों को 280.23 करोड़ रुपये दिए गए। वर्ष 2020-21 में 7,269 लोगों को करीब 132.55 करोड़ रुपये मुहैया कराए गए। राज्य सरकार ने किडना ट्रांसप्लांट और कैंसर, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित रोगियों को सहायता प्रदान की। अधिकारियों ने बताया कि सबसे ज्यादा आर्थिक मदद कैंसर, किडनी और हृदय रोग के इलाज के लिए मरीजों को दिया गया।