Lucknow : यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध 11वें दिन भी जारी हैं। ऐसे में भारत सरकार आपरेशन गंगा के तहत भारत के लोगों को वापस लाने का काम तेजी से चल रहा है। हंगरी, रोमानिया तथा पोलैंड के रास्ते भारत के नागरिकों तथा स्टूडेंडस को लाया जा रहा है। रविवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूक्रेन से लौटे 50 मेडिकल छात्र-छात्राओं ने लखनऊ में सरकारी आवास पर भेंट की।इस दौरान उन्होंने सभी बच्चों से उनकी सकुशल स्वदेश वापसी के अनुभव को भी जाना।
13 हजार से अधिक लोगों की हो चुकी वापसी
अब तक 13,300 से अधिक भारतीयों की हो वतन वापसी हो चुकी है। इसमें उत्तर प्रदेश के भी छात्र मौजूद हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी रहे। यूक्रेन का हवाई क्षेत्र 24 फरवरी को रूस का सैन्य अभियान शुरू होने के बाद से ही बंद है। ऐसे में भारत यूक्रेन के पड़ोसी देशों जैसे रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया और पोलैंड से विशेष उड़ानों से अपने नागरिकों को निकाल रहा है। एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, इंडिगो, गो फर्स्ट, स्पाइसजेट और एयर एशिया इंडिया की निकासी उड़ानों के अलावा भारतीय वायु सेना भी यूक्रेन से फंसे भारतीयों को वापस लाने में सरकार की मदद कर रही है।
इसलिए शुरू हुआ युद्ध
बीते दिनों रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था। धीरे धीरे हमला और अधिक तेज हो गया। रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई का मुख्य कारण यूक्रेन का अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य संगठन नाटो का सदस्य बनने की कोशिश है। यूक्रेन का नाटो और यूरोपिय यूनियन से करीबी संबंध है। रूस ने अमेरिका से इस बात की गारंटी की मांग की थी कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाया जाएगा, लेकिन अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया। रूस यूक्रेन के नाटो सदस्य बनने को अपनी सुरक्षा के लिए संकट के रूप में देखता है।