Amroha News : जिले में सड़क हादसे को लेकर क्लेम के मामले में फसे किसान ने पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। अचानक उठाए गए आत्मघाती कदम से परिजनों के बीच कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की। शव पोस्टमाट के लिए भेजा। मृतक की जेब से चार पेज का एक सुसाइड नोट मिला है। पुलिस उसके द्वारा लगाए गए आरोप की जांच कर रही है। सुसाइड नोट में मुकदमें से जुड़े लोगों को उसने अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
क्या है पूरा मामला
मामला अमरोहा जिले के सैदनगली थाना क्षेत्र के गांव निचला तरारा का है। जहां गांव निवासी 38 वर्षीय मदन का शव जंगल में गांव निवासी एक किसान के खेत में पेड़ पर फंदे से झूलता मिला। पुलिस ने पेड़ से शव को नीचे उतारा। तलाशी के बीच मृतक की चार पेज का एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें उसने आत्महत्या करने की बात लिखते हुए कुछ लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही पुलिस पर भी सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की और बाद में शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
18 लाख 28 हजार रुपये क्लेम के चलते परेशान
अमरोहा एसपी ने बताया कि 21 जून 2022 को मृतक एक शादी कार्यक्रम से लौट रहा था। जिस कार में वह सवार था। उससे गांव फत्तेपुर में एक सड़क हादसा हो गया था। हादसे में फत्तेपुर निवासी कृपाल सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी। मामले में कार चालक मदन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसी मामले में बीते दिनों उसे 18 लाख 28 हजार रुपये क्लेम का नोटिस मिला था। कोर्ट में विचाराधीन इसी मुकदमें से मदन तनाव में था। परिवार में पत्नी व माता-पिता के अलावा चार बच्चे हैं। जिसकी वजह से उसने आत्महत्या जैसा घातक कदम उठाया पूरे मामले में पुलिस ने कहा कि वैधानिक कार्यवाही की जा रही है और परिजनों के द्वारा मृतक के भाई घनश्याम सिंह ने आत्महत्या की तहरीर दी है।
मृतक के भाई ने किया खुलासा
तहरीर के साथ पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही मामले में अग्रिम कार्रवाई की जा रही हैं। सुसाइड नोट में लगाए गए आरोप की जांच कराई जाएगी। सड़क हादसे के अलावा मृतक मदन के खिलाफ कोर्ट में एक क्लेम का वाद भी चल रहा था। दिसंबर 2022 से मई 2023 तक उसे तीन तल्बी नोटिस मिल चुके थे। इसे लेकर ही वह काफी समय से तनाव में था। इस बीच उसने कई बार समझौते का भी प्रयास किया लेकिन वादी पक्ष ने साफ इनकार कर दिया। इसके बाद से उसकी मानसिक हालत भी ठीक न चल रही थी। मृतक के भाई घनश्याम सिंह ने इसकी तस्दीक की है। बताया कि जब ये हादसा हुआ था तब मदन कार में सवार था लेकिन ड्राइविंग कोई और कर रहा था। मुकदमें में मदन को गलत फंसाया गया था। उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है।