District Magistrate Bhanuchandra Goswami Also Reached The Spot After Talking To Doctors And Persuaded The Admitted Patients To Go For Treatment
Prayagraj : मेडिकल कॉलेज के स्वरुपरानी हॉस्पिटल में रेजिडेंट डॉक्टर के साथ मारपीट के बाद धरने पर बैठे डॉक्टर, स्वास्थ्य सेवाएं बाधित, डीएम पहुंचे मनाने
प्रयागराज में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल (एसआरएन) के जूनियर डॉक्टर धरने पर बैठ गये हैं। किसी मरीज के साथ आये लोगों ने जूनियर डॉक्टर के साथ मारपीट की। इससे नाराज जूनियर डॉक्टर विरोध स्वरूप शुक्रवार सुबह से धरने पर बैठ गए है। अस्पताल परिसर में आपाधापी का माहौल व्याप्त है। जूनियर डॉक्टरों को मनाने के लिए प्रशासनिक व पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी भी एसआरएन हॉस्पिटल पहुंचकर डॉक्टरों से बातचीत की और उन्हें काम पर लौटने को कहा।
प्रयागराज स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल परिसर के कोविड-19 वार्ड एक में भर्ती मरीजों में किसी मरीज के साथ के लोगों ने जूनियर डॉक्टर राजीव के साथ मारपीट की। इसमें कुछ और भी डाक्टर घायल हुए हैं। इससे नाराज होकर डॉक्टरों ने चिकित्सा सेवा ठप्प कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहां भर्ती अन्य सभी मरीजों के परिजन परेशान हो गये। एसएसपी समेत पुलिस के अन्य पदाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के अलावा प्रशासनिक अधिकारी भी वहां पहुंचे जूनियर डॉक्टरों को किसी तरह मनाने की कोशिश करने में लगे रहे।
प्रयागराज में कोरोनावायरस संक्रमण काल में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एसआरएन हॉस्पिटल परिसर में कोविड-19 मरीजों की भर्ती के लिए चिकित्सालय बनाया गया है। इन दिनों कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण ओपीडी सेवाएं बंद कर दी गई हैं और इसे पूरी तरह से कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है। यहां पर गंभीर कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों को ही भर्ती किया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किसी मरीज के स्वजनों ने जूनियर डॉक्टर से कहा सुनी के बाद मारपीट कर दिया। इसकी जानकारी होते ही अन्य जूनियर डॉक्टरों में रोषपूर्ण भावना फैल गई।
चिकित्सा सेवाएं बाधित कर धरने पर बैठे डॉक्टर
चिकित्सा सेवाएं बाधित कर जूनियर डॉक्टर धरने पर बैठ गये। इसकी जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग, प्रशासनिक और पुलिस के आलाधिकारियों में हड़कंप मच गया। तुरंत ही एसएससी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी वहां पहुंचे और नाराज जूनियर डॉक्टरों को मनाने की कोशिश करने लगे। उधर चिकित्सा सेवाएं बंद हो जाने से स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती अन्य गंभीर मरीजों के परिजन भी दहशत में हैं। जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी भी मौके पर पहुंचे, डॉक्टरों से बातचीत कर भर्ती मरीजों के इलाज के लिए जाने को राजी किया।