100 दिनों में 574 गांव में पहुंची पेयजल पाइपलाइन, एक लाख से अधिक महिलाओं को मिला रोजगार

उत्तर प्रदेश : 100 दिनों में 574 गांव में पहुंची पेयजल पाइपलाइन, एक लाख से अधिक महिलाओं को मिला रोजगार

100 दिनों में 574 गांव में पहुंची पेयजल पाइपलाइन, एक लाख से अधिक महिलाओं को मिला रोजगार

Google Image | जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह

Lucknow : प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह मंगलवार को जलशक्ति विभाग की 100 दिनों की कार्ययोजना की रिपेार्ट प्रस्तुत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में सेवा, सुशासन और जनकल्याण के लिए समर्पित योगी सरकार के 100 दिनों की कार्ययोजना के लक्ष्य को जल शक्ति विभाग ने शत-प्रतिशत पूरा करने का प्रयास किया है। 

गांव-गांव तक रोजगार भी पहुंचाने का किया जा रहा है काम 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हर घर तक नल से शुद्ध जल पहुंचाने का अभियान प्रदेश में युद्धस्तर पर चल रहा है। हर घर तक नल से जल पहुंचाने के साथ गांव-गांव तक रोजगार भी पहुंचाने का काम किया जा रहा है। ग्रामीण महिलाओं की घर बैठे आय बढ़ा कर उन्हें सशक्त बनाने की योजना पर भी विभाग तेजी से काम कर रहा है। 

574 गांवों में पाइप पेयजल योजनायें पूरी की
जलशक्ति मंत्री ने नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए बताया कि 100 दिनों में जल जीवन मिशन ने प्रदेश के 574 गांवों में पाइप पेयजल योजनायें पूरी की हैं। इनमें बुन्देलखण्ड/विन्ध्य की 64 पेयजल योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं से 3.76 लाख घरों में पानी के कनेक्शन दिए गये हैं।

33 हजार से अधिक घरों में दिए नल कनेक्शन 
जलशक्ति मंत्री ने बताया कि बुंदेलखंड में 100 दिनों में कुल 63 योजनाओं का कार्य पूरा किया गया। 50 हजार घरों में पेयजल कनेक्शन के लक्ष्य के सापेक्ष 66 हजार से अधिक घरों में हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन दिए गए। योजना से 33 हजार से अधिक घरों में नल कनेक्शन के साथ पानी की सप्लाई भी शुरू कर दी गई है। 2961 राजस्व गांव लाभान्वित होंगे। 

पाइप पेयजल योजना से मिलेगा शुद्ध पेयजल 
उन्होंने बताया कि विंध्य क्षेत्र में दिसंबर 2022 तक 6.5 लाख से अधिक फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन(एफएचटीसी) देने का लक्ष्य है। जिससे 40 लाख से अधिक आबादी को पाइप पेयजल योजना से शुद्ध पेयजल मिलेगा। गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए तेजी से किये जा रहे प्रयास वाराणसी में 7.5 किमी लम्बे शाही नाले की सिल्ट सफाई और लाइनिंग कर जीणोद्धार का कार्य पूरा किया गया। 

बागपत में नए एसटीपी का निर्माण पूरा कराया
कानपुर के पनकी और मथुरा में यमुना में गिरने वाले नालों को टैप किया गया। मसानी,जौनपुर और बागपत में नए एसटीपी का निर्माण पूरा कराया। मिर्जापुर, गाजीपुर, फर्रुखाबाद-फतेहगढ़ और बरेली में 34 नालों को टैप किया। भूजल निगरानी के भी तेजी से हुए प्रयास भूगर्भ जल विभाग ने नेशनल हाइड्रोलॉजी प्रोजेक्ट से प्रदेश भर में 50 डिजिटल वाटर लेवल रिकार्डर की स्थापना कराई 

विभिन्न जनपदों में 62 परियोजनाओं को पूरा किया गया
मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना से 46,172 उथले नलकूपों का निर्माण किया गया। प्रदेश में बाढ़ से बचाव के लिए विभिन्न जनपदों में 62 परियोजनाओं को पूरा किया गया। लखीमपुर खीरी में घाघरा, शारदा का कटान रोकने के लिए सीतापुर में स्टड निर्माण, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, श्रावस्ती, गाजीपुर में भी कटाव निरोधक कार्य की परियोजनाएं तेजी से पूरी की गई हैं।

104 राजकीय नलकूपों का आधुनिकीकरण किया 
सिंचाई और जल संसाधन विभाग की कई परियोजनाएं लोकार्पण को तैयार झांसी के बबीना ब्लॉक के 15 गांव में और कानपुर देहात में उमरहट पम्प नहर परियोजना के दूसरे चरण का काम लोकार्पण के लिए तैयार है। गोरखपुर, बस्ती, अयोध्या और देवीपाटन, झांसी, कानपुर, बांदा मण्डलों के 104 राजकीय नलकूपों का आधुनिकीकरण किया गया। गाजीपुर में अमौरा पम्प नहर और रायबरेली की खण्डीय कार्यशाला का आधुनिकीकरण भी 100 दिनों की उपलब्धि है।

इन पदों पर संविदा के आधार पर दिया जायेगा रोजगार 
रोजगार देने की ओर से बढ़ते कदम हर घर नल योजना से प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में 756522 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने जा रहे हैं। गांव में रहने वालों को प्लंबर, फिटर, ऑपरेटर, केयरटेकर, सिक्योरिटी गार्ड जैसे पदों पर संविदा के आधार पर रोजगार दे रहे हैं। 600 जूनियर इंजीनियरों की संविदा के आधार पर भर्ती नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग 600 जूनियर इंजीनियरों की संविदा के आधार पर भर्ती करने जा रहा है। पूरी तरह कंप्यूटराइजड इस भर्ती प्रक्रिया को इसी महीने पूरा कर इंजीनियरों को नियुक्ति पत्र वितरित किया जाएगा।

प्रदेश भर में 1 लाख से अधिक महिलाओं ने किया प्रशिक्षण पूरा
महिलाओं को सशक्त बनाने पर जोर 487700 महिलाओं को पानी के सैंपल की जांच करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन महिलाओं को पानी की हर जांच के लिए 20 रुपये दिए जा रहे हैं। प्रदेश भर में 1 लाख से अधिक महिलाओं ने प्रशिक्षण पूरा कर लिया है । प्रशिक्षित महिलाओं ने गांवों में पानी के एक लाख से अधिक सैम्पलों की जांच की है।

प्रेसवार्ता के दौरान यह लोग रहे उपस्थित 
प्रेसवार्ता में राज्यमंत्री जल शक्ति दिनेश खटीक, राज्यमंत्री जल शक्ति रामकेश निषाद, प्रमुख सचिव सिंचाई और जल संसाधन अनिल गर्ग, प्रमुख सचिव नमामि गंगे अनुराग श्रीवास्तव सहित अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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