Aligarh News : उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आ रही है। जहां एक ई-रिक्शा चालक का परिवार दबंग सूदखोरों से इस कदर परेशान है कि मजबूर पिता को अपने मासूम बेटे की सेल लगाकर बैठ गया। मामला अलीगढ़ के महुआखेड़ा क्षेत्र का है। ई-रिक्शा चालक अपनी पत्नी और बेटी के साथ गांधी पार्क बस स्टैंड पार्क के सामने अपने बेटे को बेचने के लिए सेल का बोर्ड लगाकर बैठ गया। उसे देखकर जब वहां लोगों की भीड़ लगी और समझाने लगे तो उसने अपना दर्द बयां किया।
पत्नी और नाबालिग बेटियों से अभद्रता
करीब शाम चार बजे ई-रिक्शा चालक राजकुमार अपनी पत्नी और बेटी के साथ गांधी पार्क बस स्टैंड के सामने अपने बेटे को बेचने के लिए सेल का बोर्ड लगाकर बैठ गया। चालक को इस तरह से बैठा देख पार्क के आसपास लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने राजकुमार से वजह पूछी तो उसने बताया कि कुछ समय पहले प्रापर्टी खरीदने के लिए कुछ लोगों से रुपये उधार लिए थे। बाद में इन लोगों ने कर्जदार बनाकर उसके एक प्लाट के कागजात रखवा लिए और उस पर ऋण बैंक से ले लिया। अब उससे लगातार पचास हजार रुपये मांगे जा रहे हैं। रुपए न देने की वजह से सूदखोरों ने उसका ई-रिक्शा अपने कब्जे में ले लिया है। इतना ही नहीं, आएदिन सूदखोर आ धमकते हैं और उसकी नाबालिग बेटियों व पत्नी से अभद्रता करते हैं।
पुलिस कर रही है पूछताछ
देवी नगला इलाके के रहने वाले सूदखोर से परेशान राजकुमार ने बताया कि उसके पास परिवार की आजीविका चलाने के लिए ई-रिक्शा ही एकमात्र साधन था, वह भी उससे छीन लिया। इस पर उसने परिवार के साथ बेटा बेचने का यह फैसला लिया। वह पत्नी, बेटी व बेटे के साथ गांधीपार्क पर आकर बैठ गया और सेल बोर्ड लगाकर बेटे की कीमत छह से आठ लाख रुपये लगाई। राहगीरों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। देर शाम पुलिस घटनास्थल पर पंहुची। परिवार को गांधीपार्क पुलिस अपने साथ ले गई। पुलिस का कहना है कि परिवार से पूछताछ की जा रही है।
पूर्व सीएम अखिलेश ने उठाया मामला
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और सपा मुखिया अखिलेश यादव यूपी की योगी सरकार को अक्सर सोशल मीडिया पर घेरते रहते हैं। कभी सुरक्षा को लेकर तो कभी सड़कों पर आवारा जानवरों को लेकर। सपा सुप्रीमों ऐसा कोई मौका नहीं छोड़ते जब वो योगी सरकार को कटघरे में न खड़ा करते हों। इस मुद्दे को लेकर भी पूर्व सीएम ने लिखा, "ये है भाजपा का अमृतकाल, जब एक पिता अपने पुत्र को बेचने के लिए गले में तख़्ती लटकाकर बिलखने को मजबूर है। इससे पहले कि ये तस्वीर दुनियाभर में फैल जाए और प्रदेश के साथ-साथ देश की छवि संपूर्ण विश्व में धूमिल करे, कोई तो सरकार को जगाए।"