Shamli News : उत्तर प्रदेश की शामली में एंटी करप्शन ब्यूरो सहारनपुर की टीम ने शामली के एक बेसिक शिक्षा अधिकारी को महिला अध्यापिका से रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। पीड़िता का आरोप है कि उसकी नौकरी को लेकर अधिकारी उससे लाखों रुपए की रिश्वत के नाम कर रहा था। इसके बाद पीड़िता ने इसकी रिपोर्ट एंटी करप्शन ब्यूरो सहारनपुर को दे दी थी। जिसके तहत एंटी करप्शन ब्यूरो ने रिश्वतखोर को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
क्या है पूरा मामला
पीड़ित महिला सहारनपुर की रहने वाली है। जिसका नाम रीना है। वह शामली के स्कूल में एक अध्यापिका के तौर पर कार्य कर रही थी बताया जा रहा है। वह शामली के पूर्व ब्लाक क्षेत्र के गांव प्रधान नगर में तैनात थी। रीना देवी ने बताया की उसे 4 महीने पहले 22 नवंबर को गलत आरोपों में निलंबित कर लिया गया था। वह लगातार बीएसए से इसकी शिकायत कर रही थी। लेकिन अधिकारी उनसे कहते थे कि उन पर लगे आरोप कठित है उनको हटाने के लिए पैसे लगेंगे। अब उसे दोबारा से जोइनिंग कराने के लिए एक लाख रुपयों मांगी जा रही है। दरअसल महिला को विभिन्न आरोपों के चलते वहां से हटाकर थाना भवन ब्लॉक के भिवानी इस्लामपुर गांव में भेज दिया था। रीना का आरोप है कि उनकी प्रधान नगर के स्कूल में वापसी कराने के लिए बीएएफ शामली राहुल मिश्रा और उनके साथी परिश्रम सैनी उनसे लगातार रिश्वत देने की मांग कर रहे थे। जिसके लिए उन्होंने महिला को सहारनपुर भी बुलाया था। इसकी शिकायत महिला ने एंटी करप्शन ब्यूरो सहारनपुर की टीम को दे दी थी।
एंटी करप्शन यूनिट टीम ने आरोपी को ऐसे पकड़ा
महिला ने पूरे मामले की शिकायत सहारनपुर वह मेरठ एंटी करप्शन यूनिट को दे दी थी एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पूरा जाल फैलाया और महिला को अपने तरीके से समझाया गया। जिसके बाद महिला के साथ एंटी करप्शन यूनिट के हेड महेश कुमार दुबे इंस्पेक्टर अंजू भदोरिया और हेड कॉन्स्टेबल राजकुमार शामली पहुंचे। जहां पर पहुंचने के बाद उन्होंने महिला से कहा कि वह उनसे बात करें और मिलने के लिए बुलाए जब महिला ने रिश्वत के पैसे देने के लिए बुलाया तो उसी वक्त पुलिस ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया फिलहाल आरोपितों से को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।