यूपी के पूर्व डीजीपी ने इलेक्शन कमीशन को भेजा कानूनी नोटिस, कहा- पांच राज्यों के चुनाव में यह नियम नहीं माना तो कोर्ट जाएंगे

BIG BREAKING: यूपी के पूर्व डीजीपी ने इलेक्शन कमीशन को भेजा कानूनी नोटिस, कहा- पांच राज्यों के चुनाव में यह नियम नहीं माना तो कोर्ट जाएंगे

यूपी के पूर्व डीजीपी ने इलेक्शन कमीशन को भेजा कानूनी नोटिस, कहा- पांच राज्यों के चुनाव में यह नियम नहीं माना तो कोर्ट जाएंगे

Google Image | Former UP DGP Vikram Singh

  • आयोग ने चुनाव संबंधी हर गतिविधि के दौरान फेस मास्क पहनना अनिवार्य किया था
  • चुनाव प्रचार के दौरान प्रचारकों और उनके समर्थकों ने मास्क नहीं पहने
  • दिल्ली उच्च न्यायालय ने लिया स्वतः संज्ञान
उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व महानिदेशक, नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर और थिंक टैंक सेंटर फॉर एकाउंटेबिलिटी एंड सिस्टमिक चेंज (CASC) के चेयरमैन विक्रम सिंह ने ECI को एक कानूनी नोटिस भेजा है। उन्होंने आयोग से कहा है कि तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, पुदुचेरी, असम और केरल के विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान COVID-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले चुनाव प्रचारकों को प्रतिबंधित कर दिया जाए। उन्होंने ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया है, जो मास्क लगाने के अनिवार्य नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।

चुनाव आयोग बरते सख्ती
विक्रम सिंह ने अधिवक्ता विराग गुप्ता के माध्यम से दायर एक नोटिस में उल्लेख किया कि अगर आयोग कार्रवाई करने में विफल रहा तो वह उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि आयोग ने निर्देश दिया था कि प्रत्येक व्यक्ति चुनाव संबंधी हर गतिविधि के दौरान एक फेस मास्क पहनेगा। विक्रम सिंह ने कहा, "चुनाव आयोग ने 21 अक्टूबर, 2020 को सभी राजनीतिक दलों से सभी चरणों में महामारी से संबंधित निर्देशों का पालन करने के लिए सहयोग मांगा था। रोकथाम के उपायों का पालन, मास्क पहनना, सेनिटाइज़र का उपयोग और सामाजिक दूरी का पालन अनिवार्य किया गया है। सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए सभी हितधारकों को अपने कर्तव्य का करना चाहिए।"

राजनेता स्वयं पालन नहीं कर रहे
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे कई उदाहरण हैं, जिनमें चुनाव प्रचार के दौरान प्रचारकों और उनके समर्थकों ने मास्क नहीं पहने हैं। ऐसे फ़ोटो-वीडियो इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में आ रहे हैं। कई अवसरों पर स्वयं प्रचारकों ने यह साझा किए हैं। "एक पुरानी कहावत है कि जब राजा मतलब वीआईपी (विधायक, सांसद, मंत्री और मुख्यमंत्री) मास्क नहीं पहन रहे हैं तो आम जनता से उम्मीद कैसे कर सकते हैं।

वीआईपी नेताओं की सुरक्षा पर अरबों रुपये खर्च हो रहे हैं
विक्रम सिंह ने कहा, "जब राष्ट्र वीआईपी नेताओं की सुरक्षा पर अरबों रुपये खर्च कर रहा है, तो उन्हें मास्किंग दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए।" नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया है कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने 8 मार्च को कोलकाता से दिल्ली जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट में कई व्यक्तियों द्वारा मास्क न पहनने का स्वतः संज्ञान लिया है। डीजीसीए और एयर इंडिया को भी नोटिस जारी किया है। सभी यात्री उड़ानों में विशेष रूप से मास्क पहनने के प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं।

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