Google Image | अम्बेडकर नगर में सैकड़ों परिवारों का हुआ धर्मान्तरण
यूपी के अंबेडकरनगर जनपद में आर्थिक रूप से कमजोर गरीब और दलित परिवारों को ईसाई बनाने का मामला सामने आया है। हिन्दू से मुस्लिम बनाकर धर्मान्तरण का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा है कि जिले के मालीपुर थाना क्षेत्र के कई गांवों में प्रलोभन देकर सैकड़ों परिवारों का धर्म परिवर्तन कराया गया है। इनमें से कुछ परिवारों के लोगों ने ईसाई मिशनरियों पर लालच देकर धर्मान्तरण कराने की शिकायत दर्ज कराई लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। मालीपुर थाना क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में चंगाई सभा लगाकर बड़े पैमाने पर लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
जनपद के मालीपुर थाना क्षेत्र के लगभग एक दर्जन गांव में ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार चल रहा है। इस थाना क्षेत्र के हासिमपुर जिंदासपुर, कालेपुर महुवाल, अल्लीपुर कोड़रा समेत लगभग दर्जन भर गांव में गरीब और दलित परिवारों का ईसाई बनाने का काम हो रहा है। इसके लिए गांव में हर रविवार को चंगाई सभा का आयोजन किया जाता है। इन्हीं सभाओं के माध्यम से लोगों को प्रलोभन देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। अगर परिवार का एक सदस्य ईसाई धर्म अपना लेता है तो वह अपने पूरे परिवार पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाता है। बताया जा रहा है कि हासिमपुर जिंदासपुर गांव के निवासी परशुराम प्रजापति का बेटा इसका ताजा उदाहरण है। परशुराम प्रजापति ने मालीपुर थाने में धर्म परिवर्तन के इस खेल की शिकायत की लेकिन थाने से कोई कार्यवाही नहीं हुई।
कई गांवों में फैला है नेटवर्क
धर्म परिवर्तन का जाल दर्जनों गांवों में फैला है। अल्लीपुर कोड़रा गांव की दलित बस्ती में पचास से अधिक परिवार इसकी जद में है। यहां गांव के लोगों ने बताया कि कई परिवार चंगाई सभा में शामिल होते हैं। बाहर से आकर लोग ईसाई बनने के लिए कहते हैं। लेकिन लिखा पढ़ी में अभी धर्म परिवर्तन नहीं किया है। कालेपुर महुवाल गांव में भी सभा लगती है यहां लोगों की भीड़ जुटती है। उसमें हिंदू देवी देवताओं के बारे में आपत्तिजनक बातें करते हैं। इसी तरह धमरूआ, हुसैनपुर, नूरपुर कला, नेमपुर, चितौना कला और श्यामपुर आदि गांवों में मिशनरियों ने जाल बिछा रखा है।
जिले में चल रहे धर्म परिवर्तन के खिलाफ स्थानीय भाजपा नेताओं और हिन्दू संगठनों ने इसकी शिकायत की थी। पुलिस ने इस संबंध में कुछ लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए थाने ले गई थी। बाद में इनका चालान कर कोर्ट में पेश किया गया कोर्ट ने इन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। मामला तूल पकड़ते देख एलआईयू टीम भी जांच करने पहुंची और अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है।