Meerut News : राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर चर्चा चलने लगी है कि अतुल प्रधान का अखिलेश यादव टिकट काट सकते हैं। ऐसे में लोगों के बीच चर्चा है कि अगर ऐसा हुआ तो अतुल प्रधान विधायक पद से इस्तीफा दे सकते हैं। हालांकि इसको लेकर अभी तक उनका कोई बयान जारी नहीं हुआ है, लेकिन मेरठ की राजनीति में गर्मी का माहौल पैदा जरूर हो गया है। आपको बता दें कि अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी के अरुण गोविल के सामने अपने उम्मीदवार अतुल प्रधान को खड़ा किया। अतुल प्रधान की गिनती दिग्गज गुर्जरों नेताओं में की जाती है। अब चर्चा चलने लगी है कि अतुल प्रधान का भी टिकट कर सकता है। उनके स्थान पर सुनीता वर्मा को अखिलेश यादव टिकट दे सकते हैं।
कौन है अतुल प्रधान
अतुल प्रधान को फायर ब्रांड नेता भी कहा जाता है। वह इस समय मेरठ की सरधना सीट से विधायक हैं। इससे पहले संगीत सोम इस सीट से विधायक हुआ करते थे। अतुल प्रधान की गिनती समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेताओं में की जाती है। उन्होंने छात्र जीवन से राजनीति शुरू की थी। मेरठ में स्थित चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में वह छात्र नेता थे और अध्यक्ष भी चुने गए थे। वहीं से उन्होंने राजनीतिक जीवन शुरू किया और आगे बढ़ते रहे। अतुल प्रधान को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है। इसके अलावा उनकी गिनती वेस्ट यूपी के दिग्गज गुर्जर नेताओं में की जाती है।
अखिलेश यादव के करीबी अतुल प्रधान
वर्ष 2012 में सपा के टिकट पर सरधना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि, भाजपा के संगीत सोम ने उनको हरा दिया था, लेकिन अतुल प्रधान क्षेत्र में सपा नेता के रूप में शुमार हो गए। माना जाता है कि अखिलेश यादव के चहेतो में अतुल प्रधान का नाम टॉप में है।