IIT कानपुर का ऑक्सीजन ऑडिट एप हुआ लांच

बड़ी खबर : IIT कानपुर का ऑक्सीजन ऑडिट एप हुआ लांच

IIT कानपुर का ऑक्सीजन ऑडिट एप हुआ लांच

Google Image | ऑक्सीजन ऑडिट एप हुआ लांच

कोरोना ने उत्तर प्रदेश मे बहुत भयंकर रूप धारण कर लिया है ।आधी से ज्यादा जनता इस समय कोरोना से संक्रमित है। ऐसे मे एक अच्छी न्यूज़ ये है कि कानपुर आईआईटी के वैज्ञानिकों ने एक एप तैयार किया है। जिसे योगी सरकार ने लांच कर दिया है।इस एप के लांच के साथ ही प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन ऑडिट की शुरुआत हो गई।  इसमे पहले चरण में 60 अस्पतालों को शामिल किया गया है।इसमे कानपुर के हैलट, उर्सला व रामा मेडिकल कॉलेज शामिल हैं। इस एप से पूरा सिस्टम तैयार होता है। जिससे भविष्य में सरकार तय करेगी कि किस अस्पताल को कब और कितनी ऑक्सीजन उपलब्ध करानी है।

प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर, एकेटीयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक समेत सभी तकनीकी संस्थानों के निदेशक व कुलपति संग बैठक की थी। इसमें ऑक्सीजन ऑडिट सिस्टम एप तैयार करने की जिम्मेदारी आईआईटी कानपुर को मिली थी। संस्थान के वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने सिर्फ 24 घंटे में एप तैयार कर प्रदेश सरकार को सौंप दिया। सरकार ने बिना देरी किए इस एप लांच कर सभी  को डाटा फीडिंग का निर्देश जारी कर दिया है। पहले चरण में अधिकांश अस्पताल वे हैं। जो शुरुआती दौर से कोविड अस्पताल बने हैं।

इसके लिए सभी को यूजर आईडी-पासवर्ड भी अलॉट कर दिया गया है। इस डाटा फीडिंग के बाद दूसरे चरण में बाकी अस्पतालों को शामिल किया जाएगा। डाटा फीडिंग के बाद यह एप एल्गोरिदम के आधार पर एक रिपोर्ट देगा। इसके आधार पर शासन ऑक्सीजन की आपूर्ति करेगा। इस प्रक्रिया से बर्बादी पूरी तरह रुक जाएगी और जरूरतमंद अस्पताल को समय से पहले ऑक्सीजन की आपूर्ति नजदीकी सेंटर से कराई जा सकेगी। जैसे किसी अस्पताल को ऑक्सीजन की जरूरत है। और नजदीक के दूसरे अस्पताल में ज़रूरत अधिक है।तो यह जानकारी एप के माध्यम से मिल जाएगी और जल्द आपूर्ति हो जाएगी। इस एप में बस भरनी होगी ये जानकारियां अस्पताल का नाम, बेड की संख्या, वेंटीलेटर  बेड की संख्या, वेंटीलेटर पर भर्ती मरीजों की संख्या, ऑक्सीजन बेड की संख्या, ऑक्सीजन पर भर्ती मरीजों की संख्या, अस्पताल में ऑक्सीजन की डिमांड, ऑक्सीजन की सप्लाई, मरीजों को दी गई ऑक्सीजन की मात्रा, उपलब्ध ऑक्सीजन की मात्रा सरकार का ये मानना है कि आगे चल कर इस एप से आम जनता से ले कर मेडिकल स्टाफ को  बहुत लाभ होगा।

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