Tricity Today | In the primary school, two teachers took off the girls' dress
Hapur : जनपद हापुड़ की तहसील धौलाना क्षेत्र के कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय छात्राओं निर्वस्त्र करने करने का मामला सामने आया है। दहीरपुर में विद्यालय की दो अध्यापिका के ऊपर विद्यालय की ही दो छात्राओं की ड्रेस उतरवाने और निर्वस्त्र करने का आरोप लगाया है। परिजनों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से इस मामले की शिकायत की। शिकायत के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दोनो अध्यापिकाओं को दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है। खंड शिक्षा अधिकारी को इसकी जांच सौंपी गई है.
माना करने पर की पिटाई
धौलाना तहसील क्षेत्र के कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय में 11 जुलाई को प्रतिदिन की भांति कक्षा चार की दो छात्राएं विद्यालय गई थी। विद्यालय में ही तैनात दो अध्यापिकाओ ने दोनों छात्राओं से अपनी ड्रेस उतार कर दूसरी छात्राओं को देने के लिए कहा, जब इन दोनों छात्राओं ने ड्रेस देने के लिए मना कर दिया तो आरोप है कि दोनों अध्यापिकाओ ने इन दोनों छात्रोंओ की पिटाई की और जबरन उनकी ड्रेस उतार कर दोनों को विद्यालय में ही निर्वस्त्र कर दिया। उनकी ड्रेस विद्यालय की अन्य छात्राओं को पहना कर उनके फोटो खींचे गए।
जाँच करने पर अध्यापिका को पाया दोषी
परिजनों ने बताया की अध्यापिकाओ द्वारा दोनों छात्राओं का नाम विद्यालय से काटने की धमकी दी है। छुट्टी के बाद जब दोनों छात्राओं ने घर जाकर बताया तो उनके परिजन अगले दिन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय जाकर एक शिकायती पत्र उनको सौंपा। जिसमें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जांच कराई तो प्रथम दृष्टया दोनों अध्यापिका को दोषी पाया और उसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दोनों को निलंबित कर दिया।
1 घंटे तक हमें स्कूल में बिना कपड़ों के खड़ा किया
दोनों छात्राओं अमृता और गुंजन ने बताया कि सुनीता और वंदना मैडम ने हमारे कपड़े उतरवाए। हमारे कपड़े दूसरे बच्चों को पहना कर उनके फोटो खिंचवाए गए। करीब 1 घंटे तक हमें स्कूल में बिना कपड़ों के खड़े कर कर रखा गया। बाद में धमकी दी कि अगर घर जाकर बताया तो स्कूल से नाम काट दिया जाएगा।
खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई जांच
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अर्चना गुप्ता ने बताया कि स्कूल की शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल संज्ञान लिया गया। जिसके बाद दोनों शिक्षिकाओं को निलंबित कर दिया गया था। मामले की जांच की जा रही है। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई है।