Tricity Today | यूपी में हड़ताल पर रहे वकील, प्रमुख सचिव और डीजीपी का पुतला फूंका
Prayagraj : हापुड़ कांड के विरोध में वकीलों की प्रदेशव्यापी हड़ताल जारी है। यूपी बार काउंसिल के आह्वान पर वकील तीन दिवसीय हड़ताल पर हैं। इसके दूसरे दिन मंगलवार की सुबह इलाहाबाद हाईकोर्ट, जिला न्यायालय व तहसील के अधिवक्ता सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया। मुख्य न्यायाधीश प्रीतिंकर दिवाकर व न्यायमूर्ति एमसी त्रिपाठी की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई की। कोर्ट ने अधिवक्ताओं के खिलाफ अभी तक दर्ज एफआईआर के तहत उत्पीड़नात्मक कार्रवाई पर रोक लगा दी। परिवार न्यायालय लखनऊ के रिटायर मुख्य न्यायाधीश हरिनाथ पांडेय को एसआईटी में शामिल किया गया है। एसआईटी में अपर महाधिवक्ता ने अविनाश सक्सेना व आरबी सिंह को शामिल करने पर विचार करने के आश्वासन के बाद कोर्ट ने वकीलों से हड़ताल खत्म करने का अनुरोध किया था। कोर्ट के आदेश के बाद यूपी बार काउंसिल ने मंगलवार को दोपहर बाद बैठक बुलाई है। इसमें कोर्ट के आदेश पर चर्चा करते हुए आगे का निर्णय लिया जाएगा।
तत्काल बदले जाएं डीएम और एसपी
मुरादाबाद में अधिवक्ताओं पर किए गए लाठीचार्ज के विरोध में मंगलवार को कचहरी में अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। अधिवक्ताओं ने कचहरी परिसर में ही प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। अधिवक्ता लगातार हापुड़ के एसपी और डीएम को हटाने की मांग कर रहे हैं। इससे पहले सोमवार को अधिवक्ताओं ने सिविल लाइंस क्षेत्र में पैदल मार्च करके विरोध प्रदर्शन किया था। हापुड़ की घटना का संज्ञान लेकर बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश ने हड़ताल का ऐलान किया था। दि बार एसोसिएशन एंड लाइब्रेरी के अध्यक्ष अशोक कुमार सक्सेना के नेतृत्व में मंगलवार को अधिवक्ता बार सभागार में एकत्र हुए। इसके बाद कचहरी परिसर में पैदल मार्च करने के बाद सीजेएम कोर्ट के सामने पुतला जलाकर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। बार के महासचिव अभय कुमार सिंह ने कहा कि हापुड़ के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के स्थानांतरण शासन को तत्काल करना चाहिए। इसके साथ ही शासन की गठित एसआईटी में बार काउंसिल के सदस्य और सेवानिवृत्त न्यायिक अधिकारी शामिल करने के साथ ही अधिवक्ताओं पर दर्ज मुकदमा वापस होने चाहिए। घटना में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जेल भेजा जाए। इन मांगों के पूरा होने तक हड़ताल जारी रहेगी।
फिरोजाबाद में तहसीलों से जिला मुख्यालय तक प्रदर्शन
फिरोजाबाद में हापुड़ की घटना को लेकर अधिवक्ता हड़ताल पर हैं। मंगलवार को सभी तहसीलों के साथ ही जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया गया। अधिवक्ताओं ने डीजीपी का पुतला फूंका। दीवानी न्यायालय में पुतला फूंकने के दौरान पुलिस फोर्स भी मौजूद रही।
बरेली में अधिवक्ताओं ने डीजीपी और प्रमुख सचिव का पुतला फूंका
बरेली में वकीलों ने कचहरी परिसर में डीजीपी व प्रमुख सचिव का पुतले की यात्रा निकाली और बाद में बार सभागार प्रांगण के सामने बड़ी तादाद में अधिवक्ता जमा हुए और पुतलों का दहन किया। इस बीच अधिवक्ता पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे। अधिवक्ताओं में लाठीचार्ज को लेकर आक्रोश साफ दिख रहा था। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव, सचिव वीरेंद्र प्रसाद ध्यानी, अंतरिक्ष सक्सेना, अमित कुमार सिंह, दीपक पांडे, गौरव राठौर आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।
मैनपुरी में वकीलों और पुलिस के बीच हाथापाई
मैनपुरी में हापुड़ कांड के विरोध में बार काउंसिल के आह्वान पर उत्तर प्रदेश के वकील हड़ताल पर हैं। मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे दीवानी के अधिवक्ता डीजीपी का पुतला फूंक रहे थे। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने रोकने का प्रयास किया तो दोनों पक्षों के बीच भिड़ंत हो गई। आरोप है कि अधिवक्ताओं ने पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई की है। वहीं, अधिवक्ताओं ने भी पुलिस पर हाथापाई करने का आरोप लगाया है।
आगरा में भी फूंका पुतला
आगरा में हापुड़ कांड को लेकर दीवानी न्यायालय में अधिवक्ताओं ने दूसरे दिन भी न्यायिक कार्य बंद रखा। अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन का पुतला फूंका। गेट नंबर दो पर सभी बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं का संयुक्त धरना मंगलवार को भी जारी रहा। बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर वकीलों ने चार से छह सितंबर तक कलमबंद हड़ताल की है। दीवानी परिसर में हंगामे की आशंका पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।