लखनऊ से बड़ी खबर सामने आ रही है। पशुधन घोटाले के मुख्य आरोपी आईपीएस अरविंद सेन ने बुधवार को एंटी करप्शन कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। अरविंद सेन पिछले करीब 3 महीनों से फरार चल रहे थे। इसके चलते पुलिस ने भगोड़े आईपीएस अरविंद सेन पर 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। कोर्ट ने अरविन्द सेन को 9 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, लखनऊ के हजरतगंज थाने में आईपीएस अधिकारी अरविंद सेन के खिलाफ पशुधन मामले में करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम गठित की। एसआईटी की जांच के बाद पता चला कि आईपीएस अरविंद सेन और आईपीएस दिनेश चंद्र दुबे इस मामले में आरोपी हैं। उत्तर प्रदेश शासन ने दोनों आईपीएस अधिकारी को तत्काल सस्पेंड कर दिया था। एसआईटी जांच करीब 3 महीने तक चली थी।
अरविंद सेन पर पशुधन में आपूर्ति के नाम पर एक व्यापारी से करोड़ों तो एक ही धोखाधड़ी की थी। इस मामले में पीड़ित व्यापारी ने हजरतगंज का थाने में आईपीएस अरविंद सेन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। पुलिस ने इससे पहले पुलिस ने उनके ऊपर पहले 25 हजार का इनाम घोषित किया था। जिसके बाद इनाम की राशि बढाकर 50 हजार कर दी थी। सोमवार को सीबीसीआईडी के तत्कालीन एसपी और वर्तमान डीआईजी अरविंद सेन की अग्रिम जमानत याचिका हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी।