Jila Panchayat Chunav : बागपत में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर हाई वोल्टेज ड्रामा चल रहा है। अब ने उलटफेर में आरएलडी की अध्यक्ष प्रत्याशी ममता जय किशोर नामांकन करने कलेक्ट्रेट पहुंच गई हैं। ममता और उनके पति को बागपत के सांसद डॉ.सतपाल सिंह ने बीती रात भारतीय जनता पार्टी जॉइन करवा दी थी। अब जानकारी मिली है कि ममता किशोर ने भाजपा छोड़कर एक बार फिर राष्ट्रीय लोकदल में वापसी की है। इस पूरे घटनाक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देने के लिए ममता किशोर बागपत में रालोद जिला मुख्यालय पर थोड़ी देर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली हैं।
बागपत से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए रालोद प्रत्याशी ममता किशोर ने अपना पर्चा दाखिल कर दिया है। प्रत्याशी की जगह उनके प्रस्तावकों ने नामांकन जिलाधिकारी राजकमल यादव के सामने दाखिल किया है। पल-पल बागपत जिला पंचायत अधयक्ष के चुनाव का समीकरण बदल रहा है। ममता किशोर के आरएलडी में वापसी करने की सूचनाएं फ़िज़ाओं में तैरने लगी हैं। आपको बता दें कि बीती रात में आरएलडी ओर सपा की सयुंक्त उम्मीदवार ममता किशोर और उनके पति ने भाजपा का दामन थाम लिया था। आज नामंकन के लिए पहले बबली देवी ने बीजेपी की तरफ से नामांकन कर दिया।
भाजपा नेता बबली को समाजवादी पार्टी से तोड़ कर लाए थे। सूत्रों की मानें तो भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने ममता किशोर को आश्वासन दिया था कि अब वह अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार रहेंगी। जब शनिवार की सुबह भाजपा की तरफ से बबली देवी ने नामांकन दाखिल कर दिया तो ममता किशोर ने फिर पलटी मारी है। राष्ट्रीय लोक दल के नेताओं की ओर से जानकारी दी गई है कि कुछ देर बाद जय किशोर अपनी पत्नी ममता किशोर के साथ आरएलडी के कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस करेंगे।
भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर रही है : रालोद
दूसरी और राष्ट्रीय लोकदल और समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है। गठबंधन के नेताओं का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी खुलकर जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। विपक्ष के जिला पंचायत सदस्यों को डरा धमका कर और प्रलोभन देकर तोड़ा जा रहा है। जो जिला पंचायत सदस्य नहीं टूट रहे हैं, उनके खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। इसी तरह भारतीय जनता पार्टी ने गठबंधन की उम्मीदवार ममता किशोर को गलत ढंग से हाईजैक कर लिया था। अब सारी साजिश का पता चल गया है। जिसका जल्दी खुलासा किया जाएगा।
भाजपा के पास केवल 4 वोट लेकिन अध्यक्ष पद की दावेदारी
अब हम आपको बागपत जिला पंचायत का समीकरण समझाते हैं। बागपत जिला पंचायत में 20 सदस्य हैं। इनमें से भारतीय जनता पार्टी के केवल 4 सदस्य हैं। समाजवादी पार्टी के 4 सदस्य हैं। बहुजन समाज पार्टी का एक और दो जिला पंचायत सदस्य निर्दलीय जीतकर सदन में पहुंचे हैं। राष्ट्रीय लोकदल के सबसे ज्यादा 9 जिला पंचायत सदस्य जीत कर आए हैं। बागपत में अनुसूचित जाति महिला के लिए अध्यक्ष पद आरक्षित है। अध्यक्ष पद पर कब्जा करने के लिए 11 वोटों की जरूरत है। लिहाजा, राष्ट्रीय लोकदल बहुमत के सबसे करीब है। रालोद के 9 और समाजवादी पार्टी के 4 जिला पंचायत सदस्य मिलकर आसानी से अध्यक्ष की कुर्सी हासिल कर सकते हैं।
दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ने पंचायत चुनाव का परिणाम आने के तुरंत बाद सेंधमारी शुरू कर दी। वार्ड नंबर 18 से जीतकर आई समाजवादी पार्टी की बबली देवी को तोड़ लिया। बबली देवी अनुसूचित जाति से हैं। उन्हें राष्ट्रीय लोकदल और समाजवादी पार्टी चुनाव लड़ाना चाहते थे। इसके बाद गठबंधन ने ममता किशोर पर दांव लगाया। अब बीती रात ममता किशोर ने भी पाला बदल कर दिया। जिसके चलते गठबंधन के पास कोई अनुसूचित जाति महिला सदस्य नहीं थी। लिहाजा, भाजपा प्रत्याशी का निर्विरोध जीतना तय हो गया था। कुल मिलाकर चार जिला पंचायत सदस्यों के सहारे भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष पद की कुर्सी पर कब्जा करने का गणित भिड़ा रही है।