महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद खड़े हुए कई सवाल, सीबीआई जांच होगी, VIDEO

प्रयागराज : महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद खड़े हुए कई सवाल, सीबीआई जांच होगी, VIDEO

महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद खड़े हुए कई सवाल, सीबीआई जांच होगी, VIDEO

Google Image | Mahant Narendra Giri

Prayagraj : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा के सचिव रहे महंत नरेन्द्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि श्री मठ बाघम्बरी गद्दी के जिस कमरे में महंत नरेन्द्र गिरि फांसी के फंदे पर लटके थे। वहां पर पंखा चल रहा था और उनके गले में रस्सी का एक टुकड़ा लगा पार्थिव शरीर नीचे फर्श पर पड़ा था। प्रदेश की भाजपा सरकार ने महंत नरेंद्र गिरि की मौत की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की। इसके बाद सीबीआई प्रयागराज पहुंचकर इस मामले में शुक्रवार से काम शुरू कर देगी।
कथित वीडियो के शुरू होने पर इसमें दिखाई दे रहा है कि महंत नरेन्द्र गिरि का पार्थिव शरीर कमरे में नीचे फर्श पर पड़ा है। उनके गले में नीचे रस्सी लगी थी। वहां पंखा भी चल रहा है उसमें पीले रंग की नायलान की रस्सी का एक टुकड़ा लगा है। वीडियो में इस कमरे में पुलिस के अधिकारी भी दिखाई दे रहे हैं। वहीं शीशे की टेबल पर रस्सी का एक और टुकड़ा रखा है। कमरे में रस्सी के कुल तीन टुकड़े दिख रहे हैं। वहीं पर एक सुसाइड नोट भी मिला है। उनके शरीर के पास ही उनके शिष्य बलवीर गिरि खड़े दिख रहे हैं। यहां मिले सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि ने बलवीर गिरि को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है। फिलहाल वीडियो सामने आने के बाद महंत की मौत का रहस्य और गहरा हो गया है।

वीडियो में आईजी केपी सिंह वहां बाघम्बरी मठ में मौजूद शिष्यों से पूछताछ कर रहे थे। उन्होंने पंखे को लेकर सवाल किया कि पंखा चल रहा था कि इसे किसी ने चलाया था। इस पर वहां खड़े एक सुमित नाम के शिष्य ने बताया कि उसी ने पंखा चलाया था। इसके बाद वह दूसरी बातें बताने लगता है। केपी सिंह ने कहा कि शरीर को नीचे उतारने से पहले इसकी पुलिस को सूचना देनी चाहिए थी। सोमवार को महंत नरेन्द्र गिरि की संदिग्ध मौत के बाद अब इस वीडियो को लेकर कई तरह के सवाल उठ खड़े हो रहे हैं।

इसके पहले महंत नरेंद्र गिरि का शव मठ के एक कमरे में फांसी के फंदे से लटका मिला था। मठ में मौजूद शिष्यों ने ही रस्सी का फंदा काटकर शव को नीचे उतारा था। पुलिस जब कमरे में पहुंची तो उनका पार्थिव शरीर नीचे फर्श पर था। इसके दूसरे दिन सुसाइड नोट सामने आया। जिसमें शिष्य आनंद गिरी आद्या प्रसाद तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को मौत के लिए जिम्मेदार बताया गया है। इसमें यह भी लिखा था कि उन्हें बदनाम करने की साजिश रची जा रही थी जिससे परेशान होकर उन्होंने सुसाइड किया है।

निरंजनी अखाड़े के सचिव श्री मठ बाघम्बरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि की सोमवार संदिग्ध मौत के बाद बुधवार को भू समाधि दी गई। उनका अंतिम क्रिया क्रम सुसाइड नोट में घोषित उत्तराधिकारी बलवीर गिरि ने संपन्न करवाई। इससे पहले उनके पार्थिव शरीर का मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एसआरएन में 5 डॉक्टरों के एक पैनल ने पोस्टमार्टम किया। रिपोर्ट सीएम को बंद लिफाफे में भेज दिया गया। शुरुआती रिपोर्ट में फांसी लगाने से मौत की बात सामने आई है।

आरोपित संदीप 14 दिन की न्यायिक हिरासत में, आनंद गिरि ने सुरक्षा की मांग की
महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में आरोपित संदीप तिवारी को गुरुवार को पुलिस ने निचली अदालत में पेश किया। सुनवाई के बाद कोर्ट ने जमानत अर्जी खारिज कर संदीप को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने इस दौरान एक पेन ड्राइव व पांच मोबाइल भी प्रस्तुत किये। उधर महंत नरेंद्र गिरि मौत मामले में गिरफ्तार उनके शिष्य आनंद गिरि ने अपने अधिवक्ता के जरिए जिला न्यायालय में अपनी सुरक्षा को लेकर गुहार लगाई है। उन्होंने एक प्रार्थना पत्र देकर अपने सुरक्षा की मांग की है । प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि बुधवार को कोर्ट में पेशी के दौरान उनके ऊपर हमला और अभद्रता की गई। जिससे मेरी जान को खतरा है। ऐसे में जेल से कोर्ट में पेशी के लिए लाते समय और जेल में उन्हें विशेष सुरक्षा प्रदान की जाए।

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