- महाराष्ट्र का आधार कार्ड देख इंजीनियर को नहीं लगाई वैक्सीन
- मेरठ में रहता है परिवार, पुणे में जॉब करती है इंजीनियर बेटी
- नेशनल शूटर दादी प्रकाशी तोमर ने डीएम को किया ट्वीट
Meerut : पुणे की आईटी कंपनी में इंजीनियर विभा बालियान को मेरठ में कोविड वैक्सीन सिर्फ इसलिए नहीं लगाई गई, क्योंकि उनका आधार कार्ड महाराष्ट्र का था। तमाम दुहाई देने के बावजूद डॉक्टरों ने एक नहीं सुनी। पूरे मामले में नेशनल शूटर दादी प्रकाशी तोमर ने ट्वीट किया है।
मूलरूप से मुजफ्फरनगर के काकड़ा गांव निवासी सुभाष बालियान एयरफोर्स से सेवानिवृत्ति के बाद एचएएल (हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड) राजस्थान में कार्यरत हैं। उनका परिवार मेरठ में कंकरखेड़ा बाइपास पर एक कॉलोनी में पिछले कई साल से रहता है। बेटी विभा बालियान पुणे की एक कंपनी में इंजीनियर है। लॉकडाउन की वजह से वर्क फ्रॉम होम चल रहा है। ऐसे में वह मेरठ आई हुई है।
एक बेटी को मेरठ मैं टीका इसलिए नही लगाया गया क्युकी उसका आधार कार्ड महाराष्ट्र का था टीका लगाने वाले अनिल कुमार का कहना है ये ! मुझे तो लगा था पूरा देश एक है !! @DmMeerutpic.twitter.com/952earmCxz
— Dadi Prakashi Tomar 🇮🇳 (@shooterdadi) May 25, 2021
विभा ने कोविन वेबसाइट पर जाकर वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन किया। उन्हें इस्माइल गर्ल्स इंटर कॉलेज स्थित केंद्र पर बुधवार का स्लॉट मिला। सुबह 10 बजे वह वैक्सीन लगवाने पहुंच गईं। जैसे ही अस्पताल स्टाफ ने उनका आधार कार्ड देखा तो वैक्सीन लगाने से साफ मना कर दिया।
विभा के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आधार कार्ड महाराष्ट्र का होने का तर्क दिया। उनसे कहा गया है कि उन्हें उत्तर प्रदेश का आधार कार्ड चाहिए। विभा ने उन्हें बताया कि पूरा परिवार कई साल से मेरठ में रहता है। वह उत्तर प्रदेश की मूल निवासी हैं, लेकिन पुणे में सिर्फ जॉब करती हैं। लेकिन विभा की एक नहीं सुनी और आखिर बिना वैक्सीन लगवाए उन्हें लौटना पड़ा।
दादी प्रकाशी ने लिखा- मुझे तो लगा पूरा देश एक है
इस प्रकरण में दादी प्रकाशी तोमर ने डीएम मेरठ समेत कई अधिकारियों को ट्वीट किया है। दादी के अधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा- ‘एक बेटी को मेरठ में टीका इसलिए नहीं लगाया गया, क्योंकि उसका आधार कार्ड महाराष्ट्र का था। मुझे तो लगा था पूरा देश एक है। अगर ऐसा कोई नियम नहीं है तो जनता के साथ ऐसा व्यवहार करने वाले टीकाकरण व्यक्ति को डीएम नियम जरूर समझाएं कि कोई भी व्यक्ति कहीं भी टीकाकरण करा सकता है। हमारा देश एक है और उस बेटी को वापस बुलाकर टीका लगवाएं।’