Meerut : मेरठ में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सोमवार को पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी के बेटे फिरोज उर्फ भूरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह आठ महीने से फरार चल रहा था। गत 31 मार्च को याकूब कुरैशी के बेटे इमरान, फिरोज और पत्नी शमजिदा के खिलाफ खरखौदा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। फरार याकूब और उसके दूसरे बेटे इमरान की तलाश में भी पुलिस की दबिश जारी है। पुलिस अभी भूरा से पूछताछ करने में जुटी हुई है। पुलिस के शिकंजे के बाद याकूब की सियासत और कारोबार दोनों ही खतरे में है।
17 लोगों पर केस दर्ज
31 मार्च को याकूब कुरैशी की अवैध तरीके से चल रही मीट फैक्टरी पर पुलिस ने छापा मारा था। याकूब, पत्नी संजीदा बेगम, बेटे इमरान और फिरोज समेत 17 लोगों पर केस दर्ज हुआ था। इन पर आरोप था कि अलीपुर खरखौदा स्थित मीट फैक्ट्री में अवैध तरीके से पैकेजिंग और प्रोसेसिंग का धंधा चल रहे थे। पुलिस ने याकूब कुरैशी की पत्नी शमजिदा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मुकदमे में शमजिदा जमानत पर है, जबकि याकूब, फिरोज और इमरान पर 50-50 हजार का इनाम घोषित है। सोमवार को मेरठ आ रहे फिरोज को पुलिस ने घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया है।
राष्ट्रीय गैंग का पंजीकरण करने की तैयारी
गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को पकड़ने के लिए एसटीएफ की टीम को भी लगा दिया है। उनके परिवार की सभी लोकेशन पुलिस खंगाल रही है। साथ ही गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद हाजी याकूब कुरैशी पर राष्ट्रीय गैंग का पंजीकरण करने की तैयारी चल रही है, क्योंकि याकूब का जुड़ाव प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लेकर दिल्ली और अन्य कई देशों में है। मिली जानकारी के मुताबिक, याकूब की शास्त्रीनगर, सराय बहलीम, बनी सराय, हापुड़ रोड समेत आठ जगह पर संपत्ति चिह्नित कर ली है। इसमें एक अस्पताल, स्कूल, मकान, प्लाट भी शामिल है। इनमें से अवैध संपत्तियों की जांच कर सरकार बुलडोजर चलाने की तैयारी कर रही है।