लखनऊ। यूपी के लखीमपुर खीरी में हिंसा में कुल 8 लोगों के मारे जाने की खबर है। इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार विपक्ष के निशाने पर है। देर रात से ही विपक्षी नेता लखीमपुर खीरी पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस उन्हें पहुंचने नहीं दे रही है। वहीं अखिलेश यादव के घर के बाहर पुलिस जीप को आग के हवाले कर दिया गया।समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस द्वारा लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के बाद अपने घर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। इसके बाद अखिलेश यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उनके साथ रामगोपाल यादव को समेत कई सपा कार्यकर्ता पुलिस की हिरासत में ले लिया गया है।
उप मुख्यमंत्री को देना चाहिए इस्तीफा
इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा, सरकार नहीं चाहती कि कोई राजनीतिक नेता वहां जाए। सरकार क्या छिपा रही है अखिलेश यादव ने कहा, यह सरकार किसानों पर जिस तरह का अत्याचार कर रही है, उस तरह के अत्याचार अंग्रेज भी नहीं करते। गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा और डिप्टी सीएम (केशव प्रसाद मौर्य) को इस्तीफा दे देना चाहिए। मरने वाले किसानों के परिजनों को दो करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी दी जाए। बता दें कि हिंसा इतनी बढ़ गयी है कि हर जगह तनाव का माहौल है कहीं प्रदर्शन हो रहा तो कहीं पर गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया है।
लखीमपुर में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है
आपको बता दें कि रविवार को दोपहर बाहर लखीमपुर खीरी में आंदोलनकारी किसानों और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई हैं। इस हिंसक झड़प में 8 लोगों की मौत हुई हैं। जिनमें 4 किसान और 4 भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता शामिल हैं। आपको बता दें कि किसानों की ओर से आरोप लगाया गया है कि केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने किसानों को रौंद दिया। सीधे किसानों के ऊपर कार चढ़ाई। जिससे किसानों की मौत हुई है। इसके बाद भीड़ उग्र हो गई। भीड़ ने तोड़फोड़ और आगजनी की। इस दौरान गोलीबारी भी हुई। जिसमें 4 भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता मारे गए हैं।